
Now farmers do not get fertilizer sticks in bhind
राष्ट्रमत न्यूज,भोपाल(ब्यूरो)। मध्यप्रदेश में किसानों को खाद नहीं मिली रही है सहकारी समितियों में। रीवा में किसानों को दिन पुलिस वालों ने बिस्किट और पानी दिया। और रात को खदेड़ कर लाठियां मारी। भूखे प्यासे किसान भिंड जिले के लहार कस्बे में सोमवार को सहकारी समिति से खाद लेने पहुंचे।बिना किसी सूचना के किसानों पर पुलिस ने लाठियां चला दीं। इससे 3-4 किसान घायल हो गए। लाठीचार्ज से नाराज किसानों ने विरोध शुरू कर दिया। जानकारी लगते ही लहार विधायक अंबरीश शर्मा मौके पर पहुंचे और अन्नदाता का पक्ष लेते हुए प्रशासन से सख्त लहजे में बात की। वहीं, भिंड एसपी असित यादव ने दोषी प्रधान आरक्षक को लाइन अटैच कर दिया।
नहीं मानने पर लाठियां चलाई
सोमवार को तीन दिन की छुट्टी के बाद जिलेभर की सहकारी समितियां खुलीं। लहार की वृहत्ताकार समिति पर सुबह 5 बजे से किसान खाद लेने पहुंच गए थे। दोपहर 2 बजे तक व्यवस्था बिगड़ गई। कर्मचारी वितरण संभालने में नाकाम रहे। भीड़ बढ़ने पर समिति प्रबंधन ने पुलिस को बुलाया।किसान धूप और उमस में लंबे समय से खड़े थे। पुलिस ने आदेश दिया कि सभी जमीन पर बैठ जाएं। किसानों ने इसका विरोध किया तो लहार थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक रामराज सिंह गुर्जर ने लाठीचार्ज कर दिया। इससे किसानों में हड़कंप मच गया।
अन्नदाता का अपमान है
लाठीचार्ज की खबर लगते ही लहार विधायक अंबरीश शर्मा को किसानों ने फोन किया। शर्मा ने तुरंत जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों से बात कर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि खाद लेने आए किसानों को पीटना अन्नदाता का अपमान है। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
खाद नहीं, लाठियां मिल रही हैं
किसान नरेंद्र कुमार ने कहा कि हम सुबह से भूखे-प्यासे लाइन में खड़े हैं। फसल बोने का समय निकल रहा है। खाद नहीं मिल रही और ऊपर से पुलिस हमें पीट रही है। सरकार किसानों को मदद देने के बजाय मुसीबत में डाल रही है। भिंड एसपी असित यादव ने मामले को गंभीरता से लिया और प्रधान आरक्षक रामराज सिंह गुर्जर को लाइन अटैच कर दिया। उन्होंने कहा कि किसानों की सुरक्षा और सुविधा प्रशासन की पहली प्राथमिकता है।