
Naxalites will not let them go alive-CM
बालाघाट (ब्यूरो)। डाॅ मोहन यादव ने कहा कि वो जमाना गया कि रोजगार के अभाव में लोग बंदूक उठाकर नक्सलवादी बनते थे। लेकिन अब प्रदेश में आतंक और भय फैलाने वाले नक्सलियों के लिए कोई स्थान नहीं है। यहाँ नक्सल उन्मूलन के लिये लगातार कड़ी कार्यवाही की जा रहीं हैं। अब हमारी भूमि से किसी भी नक्सली को जिंदा नही जाने देंगें। हम और हमारी सरकार प्रदेश के अंदर नक्सलियों को रहने ही नही देगें। यहां नक्सलियों के कोई पांव जमने नही देगें।
कई चीजों के लिए प्रसिद्ध है बालाघाट
मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री डाॅ मोहन यादव ने स्थानीय रेंजर कालेज परिसर में आयोजित किसान सम्मलेन और दिव्यांगजन सहायक उपकरण वितरण कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा कि हमारे मप्र के बालाघाट जिले की बात सबसे अलग है। प्रदेश के 54 जिले एक तरफ और बालाघाट जिला एक तरफ। सौभाग्य की बात है कि परमात्मा ने बालाघाट जिले को अनेको रूपो में पहचान दी है। यहां खनिज क्षेत्र को लेकर भी सबसे अलग पहचान है, क्योकि यहां मैगनीज, तांबा, आयरन पाया जाता है। इसके अलावा यहां के चिन्नौर चांवल ने भी अलग पहचान है। जिसका स्वाद ही आंनदमय होता है। यह किसानो का ही उत्पादन किया माल है, जिसने नई पहचान दी है।
विकास के नये कीर्तिमान
सीएम यादव ने कहा कि हमने अभी हॉकी टर्फ मैदान का लोकार्पण किया है। हॉकी खेल की पहचान मेजर ध्यानचंद के दौर में मिली थी। अब तो हमारे प्रदेश में निशानेबाज खिलाडी भी है। पहले हमारा निशाना चूक जाता था, लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में निशाने भी ठीक से लग रहे है, जिसमें मप्र प्रथम स्थान पर है। खेल प्रतिभा के क्षेत्रो में भी मप्र धीरे धीरे पहचान बढा रहा है। राष्ट्रीय स्तर पर भी खेलो का आयोजन हुआ था, जिसमें मप्र तीसरे स्थान पर था और स्वर्ण पदक जीता था। उन्होने आगे यह कहा कि मप्र विकास के नये कीर्तिमान बना रहा है। बालाघाट में बड़े बडे उद्योग लग रहे है। अन्य शहरो में भी उद्योगो को लेकर कोई खास गंभीरता नजर नही आती थी।
1 लाख पदो पर सरकारी भर्ती
सीएम मोहन यादव ने रोजगार सजृन के क्षेत्र में कहा कि प्रदेश सरकार 01 लाख पदो पर सरकारी भर्ती करवा रही है। अगले 05 साल में 2 लाख 70 हजार पद भरे जायेगें। हमारा लक्ष्य है कि जो युवा रोजगार के क्षेत्र में काम करना चाहता है, उसका भी हम ध्यान रखेगें। इसलिये हम 70 प्रतिशत युवाओं को 2028-29 तक रोजगार देने का संकल्प ले रहे है। हमने किसानो से भी जो वादा किया है, उसे धीरे धीरे 05 सालो में पूरा करेगें। अब किसानो को 04 हजार रूपयें प्रति हेक्टेयर प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। जिन किसानो ने उपार्जन कराया है, मार्च खत्म होने से पहले ही किसानो के खाते में राशि डाल दी जायेगी। अब किसानो को 2600 रूपये प्रति क्विंटल गेंहू का दाम दिया जायेगा। हमारी लाडली बहने भी चिंता ना करें। आपके लिये चालू की गई कोई भी योजना बंद नही होगी। सबको पैसा बढाकर दिया जायेगा।
117 विकास कार्यो का भी लोकार्पण
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 1 मार्च को बालाघाट प्रवास पर रहे। जहां उन्होने स्थानीय रेंजर कॉलेज परिसर में आयोजित किसान सम्मलेन व दिव्यांगजन सहायक उपकरण वितरण कार्यक्रम में शिरकत की। इसके अलावा वे लांजी भी पहुंचे और कोटेश्वर महोत्सव में शामिल हुए। बालाघाट पहुंचकर सीएम मोहन यादव ने सर्वप्रथम 7.26 करोड़ की लागत से बने हॉकी के एस्ट्रो टर्फ का लोकार्पण किया। उसके बाद वे किसान सम्मेंलन कार्यक्रम में पहुंचे। जहां उन्होने सबसे पहले दिव्यांग को सहायक उपकरणो का वितरण किया और उन्हे चांबी सौंपी। उसके बाद उन्होने शासकीय विभागो द्वारा लगाये गये योजनाओं संबंधित स्टॉलो का अवलोकन किया और 326 करोड 60 लाख रूपये की लागत के 117 विकास कार्यो का भी लोकार्पण व भूमि पूजन किया।
एस्ट्रो टर्फ मैदान बडी सौगात
बालाघाट पहुंचकर सीएम मोहन यादव ने जिन विकास कार्यो का लोकार्पण किया है उनमें 37.10 करोड़ की लागत से बनी सीएम राइज स्कूल, 7.26 करोड़ की लागत से बने हॉकी के एस्ट्रो टर्फ मैदान बडी सौगात के रूप में शामिल है। साथ ही उन्होने गावों में 5.6 करोड़ रुपये की लागत से बनी 20 आंगनवाड़ी केंद्रों, बिजली उपकेंद्र, 27.09 करोड़ की लागत से बनी 7 हायर सेकेंडरी स्कूलों के अतिरिक्त कक्ष, 21.29 करोड़ में 5 आदिवासी सीनियर छात्रावास भवन, 145.28 करोड़ के 4 सीएम राइज स्कूल, बैहर में 0.48 करोड़ की लागत का वन स्टॉप सेंटर, महाविद्यालय वारासिवनी में 0.71 करोड़ की लागत से 5 अतिरिक्त कक्ष, शासकीय नवीन हायर सेकेंडरी स्कूल मोहगांव का निर्माण कुल लागत 5.02 करोड़ और 1.31 करोड़ रुपये की लागत से बना वारासिवनी नवीन एसडीएम कार्यालय शामिल है।