
Naxalites killd two innocent villagers
राष्ट्रमत न्यूज,रायपुर(ब्यूरो)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने एक बार फिर ग्रामीणों का अपना निशाना बनाया है। बीजापुर जिले के दो ग्रामीणों की नक्सलियों ने बेरहमी से हत्या कर दी। पुलिस ने कहा कि उसे सूचना मिली कि पामेड थाना क्षेत्र के सेंड्राबोर और आमपुर गांवों में नक्सलियों ने दो निर्दोष ग्रामीणों की बेरहमी से हत्या कर दी। यह घटना केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे से पहले हुई है।
बीजापुर जिले के पेद्दाकोरमा गांव की है। 5 दिन पहले यहीं 3 लोगों की हत्या की गई थी। ये उनके परिजन हैं।
दो दिवसीय दौरे पर अमित शाह
पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। इलाके में सर्च ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है। हालांकि, इसमें अपराध कब हुआ और अपराध के मकसद के बारे में नहीं बताया गया। यह घटना केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे से पहले हुई है। अमित शाह राज्य के दो दिवसीय दौरे पर रविवार दोपहर रायपुर पहुंचें।
कुछ दिन पहले 3 लोगों की हुई थी हत्या
बीजापुर जिले के पेद्दाकोरमा बीजापुर गांव में 17 जून को नक्सलियों ने 13 वर्षीय लड़के सहित तीन ग्रामीणों की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से ग्रामीण सदमे में थे। वहीं, अब पामेड थाना क्षेत्र में नक्सिलयों ने दो ग्रामीणों की हत्या की है।मृतकों का नाम समैय्या और वेको देवा है। समैय्या पहले नक्सली था। उसने 2025 में आत्मसमर्पण किया है। वहीं वेको देवा ग्रामीण है। दोनों नक्सल प्रभावित गांव सेंड्राबोर और एमपुर के रहने वाले थे। इन्हें मिलाकर बीजापुर में 7 दिन में ये 5वीं हत्या है।
17 जून 2025 को नक्सलियों ने बीजापुर जिले में 3 लोगों को मार डाला। परिजनों ने दस्तावेज दिखाए।
70 से 80 की संख्या में पहुंचे थे नक्सली
गांववालों का कहना था कि 17 जून की शाम करीब 70 से 80 की संख्या में हथियार बंद नक्सली पहुंचे थे। उन्होंने छात्र सोमा मोड़ियाम (20), अनिल माड़वी (13) समेत एक अन्य ग्रामीण को घर से उठा लिया था।सोमा इसी साल 12वीं पास कर कॉलेज में दाखिल हुआ था, जबकि अनिल 7वीं का छात्र था। सोमा सरकारी नौकरी की तैयारी में भी जुटा हुआ था। सोमा के परिजनों ने उसके दस्तावेज दिखाए, जिसमें आबकारी निरीक्षक की भर्ती का आवेदन से लेकर NCC सर्टिफिकेट और दसवीं, बारहवीं की अंकसूचियां शामिल थी।
मृतकों में दो नक्सली के रिश्तेदार
दरअसल, ये सभी ग्रामीण DVCM कैडर के सरेंडर नक्सली दिनेश मोड़ियम के रिश्तेदार हैं। नक्सलियों ने आरोप लगाया कि इन्हीं लोगों ने उसे सरेंडर करने के लिए उकसाया, उससे पैसे लिए। इसी वजह से इनकी हत्या कर मौत की सजा दे दी। मोडियम ने इस साल मार्च में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था।