
Naxalites condemned the rape of tribal girls in poster banner
* न्याय मिलने तक संघर्ष करने की बात लिखी
* बालाघाट में नक्सलियों ने अपनी मौजूदगी फिर दिखाई
बालाघाट(ब्यूरो)। हाल ही में बालाघाट जिले को सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिले की सूची से बाहर किया गया हैं। लेकिन उन्होंने बता दिया कि जिले में उकनी पैठ बरकरार है। नक्सली एक बार फिर अपनी आमद दर्ज कराकर भय का माहौल बनाने में लगे हुए हैं। इसका प्रमाण है गुरुवार को थाना रुपझर के तहत आने वाले सोनगुड्डा के कासर नाला और लाल घाटी के पास नक्सलियों का बैनर और पोस्टर देखा गया।ऐसा करके नक्सली यह बता रहे हैं कि अभी बालाघाट में उनकी मौजूदगी है।
दुष्कर्म घटना की निंदा की
बालाघाट में आदिवासी तीन बच्चियों और एक युवती के साथ हुई दुष्कर्म की घटना पर नक्सली संगठन ने अपने पर्चे में प्रतिक्रिया दी है। गोंदिया,राजनांदगाव,बालाघाट डिवीजन कमेटी के नक्सलियों ने रूपझर थाना क्षेत्र के सोनगुड्डा के कासर नाला और लाल घाटी के पास बैनर और पोस्टर लगाए हैं। पुलिस ने गुरुवार को इन बैनर और पर्चों को बरामद कर लिया है। नक्सलियों ने इनमें घटना की निंदा करते हुए आदिवासियों से न्याय मिलने तक संघर्ष जारी रखने को कहा है। साथ ही हिंदुवादी संगठनों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां भी की हैं। दुष्कर्म घटना की निष्पक्ष जांच की माग की है। जबकि इस मामले में पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आदिवासी समाज इस घटना को पर 7 मई को मुख्यालय में एक बड़ी रैली भी निकाली।
नक्सली वैमनस्य फैला रहे-विहिप
विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष लालू चावड़ा ने नक्सलियों की इस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि नक्सली इस दुखद घटना का इस्तेमाल समाज में वैमनस्य फैलाने के लिए कर रहे हैं। विहिप पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए प्रशासन और समाज के साथ खड़ी है। विहिप एक संस्कार आधारित संगठन है जो राष्ट्र निर्माण में समर्पित है और समाज को जोड़ने का काम करता है।ये पत्र भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) ने जारी किया है।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
नक्सलियों ने जंगल में पर्चे चिपका कर और बनैर लगाकर पुलिस को हैरत में डाल दिया है। पुलिस पता कर रही है कि यह काम नक्सलियों का है या फिर किसी ने साजिश किया है। पुलिस को परेशान करने के लिए नक्सलियों की आड़ में कोई आम आदमी तो नहीं किया है। जाहिर है नक्सली आदिवासी समाज का दिल जीतना चाहता है दुष्कर्म की घटना के आड़ में।इसीलिए उन्होंने आदिवासी समाज को मैसेज किया है कि न्याय मिलने तक लड़ाई लड़ें।पुलिस एक बार फिर से सर्चिग अभियान तेज कर दी है।
इनका कहना हैं
पुलिस को नक्सली बैनर पोस्टर की जानकारी मिली थीं। मामले की सूचना मिलते ही पोस्टर बैनर जप्त कर सर्चिंग अभियान तेज कर दिया गया हंै। मामले की पताशाजी की जा रही है। बैनर में कुछ बातों का उल्लेख किया गया है जिसके फोटो हम तक पहुंचे हैं। मामले को लेकर जानकारी जुटाई जा रही है।
नरेन्द्र सिंह,पुलिस अधीक्षक, बालाघाट