
National anthem should be played daili in every temple,mosque and church
प्रयागराज (ब्यूरो)। गणतंत्र दिवस के अवसर पर बागेश्वरधाम के महाराज धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा किहर मंदिर, मस्जिद और चर्च में रोज राष्ट्रगान होना चाहिए। अगर कोई भी धर्मस्थल राष्ट्रगान से मना करता है तो ये पता चल जाएगा कि कौन राष्ट्रदोही है और कौन राष्ट्रप्रेमी।
संत समागम में हिस्सा
प्रसिद्ध कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि कथावाचन के साथ-साथ वे यहां संत समागम में हिस्सा लेने आए हैं। इस समागम में ये तय किया जाएगा कि भारत हिंदू राष्ट्र कैसे बनेगा।उन्होंने कहा महाकुंभ में परमार्थ निकेतन में 27 जनवरी से 29 जनवरी तक तीन दिन तक हनुमंत कथा करूंगा। इसके बाद 30 जनवरी को एक विशाल संत समागम होगा। इस संत समागम इस पर बात होगी कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए क्या तैयारी करनी है।
महाकुंभ आस्था और संस्कृति का विषय है
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि महाकुंभ आस्था और संस्कृति का विषय है। कल्चर को समझकर उसे बढ़ाने के लिए है। मैंने पहले भी कहा था कि महाकुंभ में रील बनाने के लिए नहीं जाना चाहिए। यहां पर ये जो सब चीजें चल रही हैं। इनसे कहीं न कहीं महाकुंभ मेन मुद्दे से भटक रहा है। चाहे वो किसी बच्ची, व्यक्ति के खिलाफ या उनके पक्ष या उसके बारे में कहा जा रहा हो। महिमामंडन एक दिन कर लिया बस हो गया।
देश के आदिवासियों को एक करेंगे
शास्त्री ने आदिवासियों को संबोधित करते हुए उन्हें संकल्प दिलाया वो सभी धर्मांतरण के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे। अपने समाज को जागरूक करने और शिक्षित करने पर जोर देंगे।
हनुमान चालीसा बागेश्वर मंडल बनाएंगे
शास्त्री ने कहा कि वह जिला, गांव, मोहल्लों में हनुमान चालीसा बागेश्वर मंडल बनाया जाएगा। देश में जब भी रोड पर उतरने की जरूरत पड़ेगी तो मंडल के सभी श्रद्धालु सदस्य एक साथ सेना के रूप में तैयार रहेंगे। उन्होंने कहा कि हम इसके माध्यम से आदिवासियों को समाज से दूर होने का आभास नहीं होने देंगे।