
Nagpur violence bangladesh connection surfaced
मुंबई (ब्यूरो)। मुंबई पुलिस को नागपुर हिंसा में बांग्लादेश और पाकिस्तानी अकाउंटस का कनेक्शन मिला है।साइबर सेल मामले की पुलिस गहराई से जांच कर रही है। मुख्य आरोपी फहीम खान की फेस बुक आईडी से विदेशी अकाउंटस फाॅलो किये गए हैं। उससे यह आशंका जताई जा रही है कि इस हिंसा में बाहरी संगठन के लोगों का हाथ हो सकता है। नागपुर हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर कई नए फेसबुक पेज बनाए गए है। जिनसे भड़काउ पोस्ट डाले गए हैं। पोस्ट में धमकी दी गयी है कि नागपुर हिंसा एक छोटी सी घटना है। अगली बार तुम्हारे घर में घुसकर औरतों के साथ वो करेंगे जो सोच भी नहीं सकते।
भविष्य में और बड़े दंगे होंगे
महाराष्ट्र साइबर विभाग ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। साइबर विभाग ने नागपुर शहर साइबर पुलिस स्टेशन के साथ मिलकर कुछ सोशल मीडिया अकाउंट्स की पहचान की है। ये अकाउंट्स 17 मार्च को नागपुर में हुई हिंसा से जुड़ी गलत जानकारी फैला रहे थे। इस जांच के दौरान चौंकानेवाली बात सामने आई है। नागपुर में हिंसा भड़काने का लिंक बांग्लादेश से मिला है। सोशल मीडिया पोस्ट पर एक यूजर ने धमकी दी कि सोमवार के दंगे तो सिर्फ एक छोटी घटना थी और भविष्य में और बड़े दंगे होंगे।
34 सोशल मीडिया अकाउंट पर कारवाई
साइबर सेल ने अफवाह फैलाने और हिंसा भड़काने के मामले में 34 सोशल मीडिया अकाउंट पर कारवाई की है, साथ ही 10 FIR की गई हैं।वहीं, पुलिस ने मास्टरमाइंड फहीम शमीम खान समेत अब तक 84 लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, बुधवार को महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने यह संख्या 69 बताई थी। इनमें आठ विश्व हिंदू परिषद (VHP) कार्यकर्ता भी शामिल हैं।साइबर सेल को बांग्लादेश से चल रहा एक फेसबुक अकाउंट भी मिला है। इस अकाउंट से नागपुर में बड़े पैमाने पर दंगे भड़काने की धमकी दी गई थी। पोस्ट करने वाले व्यक्ति ने दावा किया कि नागपुर में हुई हिंसा तो बस एक छोटी सी घटना थी, आगे और भी बड़े दंगे होंगे। इसके अलावा …अब घर में घुसेंगे जैसे पोस्ट किए गए। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
भ्रामक वीडियो प्रसारित
19 आरोपियों को 21 मार्च तक पुलिस कस्टडी में भेजा दिया गया है। मास्टरमाइंड फहीम पर 500 से ज्यादा दंगाइयों को इकट्ठा करने और हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप है।मंत्री कदम ने चेतावनी दी कि सोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियो प्रसारित करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कदम ने कहा;- दंगाइयों ने पुलिसकर्मियों पर हमला करने की हिम्मत की है। हम दिखाएंगे कि पुलिस का डर क्या होता है। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
140 से ज्यादा पोस्ट की पहचान
महाराष्ट्र साइबर विभाग ने बताया कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और यूट्यूब पर 140 से ज़्यादा ऐसी पोस्ट मिली हैं, जिनमें आपत्तिजनक बातें लिखी गई थीं। इन पोस्ट को हटाने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी (IT) अधिनियम, 2000 की धारा 79(3)(b) के तहत नोटिस जारी किए गए हैं। इसके अलावा, इन अकाउंट्स को चलाने वालों की पहचान जानने के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS), 2023 की धारा 94 के तहत भी नोटिस जारी किए गए हैं। सोमवार रात हुई हिंसा में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें तीन DCP रैंक के अधिकारी भी शामिल हैं। दंगाइयों ने वाहनों में तोड़फोड़ की, पेट्रोल बम फेंके, पथराव किया और कुछ घरों पर भी हमला किया।

गाड़ी में लगी आग को बुझाने का प्रयास करते लोग।
जलाई गई चादर पर कुरान की आयत नहीं
CM देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि जलाई गई चादर पर कुरान की आयत नहीं थी। आयत को लेकर अफवाह फैलाई गई।उन्होंने कहा, ‘पुलिस और मेरे बयान में फर्क नहीं है। जानबूझकर हिंसा फैलाई गई। किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा। पुलिस पर हमला करने वाले बचेंगे नहीं। जो कब्र में छिपे हैं तो कब्र से निकालेंगे।’
औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र थी
सोमवार को नागपुर में विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान गोबर के कंडों से भरा एक हरे रंग का कपड़ा जलाया गया। VHP के मुताबिक, ये औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र थी। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद देर शाम 7:30 बजे नागपुर के महल इलाके में हिंसा भड़क गई। पथराव और तोड़फोड़ शुरू हो गई। उपद्रवियों ने घरों पर पथराव किया और सड़क पर खड़े दर्जनों वाहनों में तोड़फोड़-आगजनी की।पुलिस पर भी हमला किया गया। DCP निकेतन कदम कुल्हाड़ी के हमले से घायल हो गए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। रात 10.30 बजे से 11.30 बजे के बीच ओल्ड भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाके में एक और झड़प हुई।
दंगाइयों ने 30 से ज्यादा कारों को जलाया और उनमें तोड़फोड़ की।
औरंगजेब की कब्र ढहाने की मांग
बढ़ते विवाद के बीच छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज और सातारा से भाजपा सांसद उदयनराजे भोंसले ने औरंगजेब की कब्र को ढहाने की मांग की। उन्होंने कहा- एक JCB मशीन भेजकर उसकी (औरंगजेब) कब्र को गिरा दो, वह एक चोर और लुटेरा था। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस मांग का समर्थन किया।