
Murshidabad woke up again
कोलकाता । वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के उठी चिंगारी आसपास के जिलों में फैल गई है। मालदा, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना और हुगली में विरोध प्रदर्शन हुए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वैन समेत कई गाड़ियां जलाई और पुलिस पर पत्थरबाजी की। प्रशासन ने बताया कि हंगामे की आशंका को देखते हुए प्रभावित इलाकों में पाबंदियां लगा दी हैं और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। पुलिस ने शनिवार को बताया मुर्शिदाबाद जिले में अशांति फैलाने वाले 110 से ज़्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
ट्रेनों में तोड़फोड़ करने का भी आरोप
प्रदर्शन ने उग्र और हिंसक रूप ले लिया है। प्रदर्शनकारियों पर जगह-जगह जाम लगाने के साथ ही ट्रेनों में तोड़फोड़ करने का भी आरोप है। कुल मिलाकर स्थिति तनावपूर्ण है। उधर, धुलियांगंगा और निमतिता स्टेशनों के बीच 5,000 से ज्यादा लोग रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। इस घटना से कामाख्या-पुरी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें प्रभावित हुईं। आरपीएफ, जीआरपी और स्थानीय पुलिस के अलावा बीएसफ के जवान मौके पर हैं और प्रदर्शनकारियों से बातचीत की जा रही है।
गोली से जख्मी लड़के को कोलकाता भेजा
पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार को सबसे ज्यादा हिंसा मुर्शिदाबाद में हुई। इसके बाद सूती इलाके से लगभग 70 और समसेरगंज से 41 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार सुबह भी प्रभावित इलाकों में तनाव बना हुआ है, लेकिन कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। संवेदनशील इलाकों में गश्त जारी है। किसी को भी कहीं भी इकट्ठा होने की इजाजत नहीं है। पुलिस ने लोगों से सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। मुस्लिम बाहुल्य सूती में हिंसा के दौरान पुलिस की गोली लगने से घायल हुए एक किशोर को इलाज के लिए कोलकाता के अस्पताल में भेजा गया है।
5000 लोग ट्रैक पर बैठे

केंद्र से मदद मांगे ममता
वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ पश्चिम बंगाल में हुए हिंस प्रदर्शन के लिए बीजेपी ने ममता बनर्जी सरकार की आलोचना की है। बीजेपी का कहना है कि अगर सरकार स्थिति को संभालने में नाकाम है, तो उसे केंद्र सरकार से मदद मांगनी चाहिए। विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी एक्सपर एक पोस्ट में कहा कि मुर्शिदाबाद में विरोध प्रदर्शन नहीं था, बल्कि जिहादी ताकतों द्वारा लोकतंत्र और शासन के खिलाफ एक सोची-समझी साजिश थी। ये ताकतें अराजकता फैलाकर अपना दबदबा कायम करना चाहती हैं और समाज के अन्य समुदायों में डर पैदा करना चाहती हैं।
सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग
बीजेपी नेता ने कहा कि वक्फ के विरोध में प्रदर्शन करने वालों ने न सिर्फ सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया बल्कि सरकारी अधिकारियों पर हमले कर डर का माहौल बनाया गया। इस घटना के बाद ममता बनर्जी सरकार की चुप्पी बहरी कर देने वाली है। अधिकारी ने हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। .