
Mohan sarkar is anti farmer-munjare
बालाघाट (रफीक अंसारी) । कांग्रेस विधायक अनुभा मुंजारे ने प्रदेश की बीजेपी सरकार को किसान, महिला, आदिवासी व दलित विरोधी बताते हुये कहा कि इस सरकार में नौकरशाही व पूंजीपति हावी हैं। किसानों से सरकार को कोई लेना देना नहीं हैं और ना ही आमजन से सरकार का सरोकार हैं। इस सरकार में नौकरशाही इतनी हावी हो गई हैं कि वह जनप्रतिनिधियों तक को तवज्जों नहीं दे रहे हैं। अवैध कारोबारी व माफिया को संरक्षण दिया जा रहा हैं और उनके साथ मिलकर काम किया जा रहा हैं। रेत हो या अवैध शराब बेचने का कार्य सरकार व प्रशासन के संरक्षण में हो रहा हैं।
भूपेंद्र की अब तक गिरफ्तारी नहीं
पत्रकारवार्ता में बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे ने कहा कि बालाघाट में भाजयूमों के जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सोहागपुरे द्वारा एक दलित बेटी के साथ मानसिक व शारीरिक शोषण किया गया। जिसके खिलाफ 17 नवम्बर को अपराध दर्ज किया गया हैं। लेकिन भूपेंद्र की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी हैं। राजनीतिक संरक्षण के चलते पुलिस द्वारा गिरफ्तारी नहीं की जा रही हैं। विधायक अनुभा मुंजारे ने पुलिस की कार्यवाही पर सवाल उठाते हुये कहा कि एक तरफ पुलिस द्वारा सामान्य या आम व्यक्ति जब कोई अपराध कारित करता हैं तो उसे तत्काल गिरफ्तार कर लेती हैं या उसके परिजनों को थाने में बिठाकर अपराधी को अपने अभिरक्षा में ला लेती हैं। बुलडोजर चलाने का कार्य करते हैं, जुलूस निकाला जाता हैं, कई तरह की कानूनी प्रक्रिया अपनायी जाती हैं। लेकिन भूपेंद्र सोहागपुरे मामले में पुलिस की कोई कार्यवाही नहीं हो रही हैं। सिर्फ जांच का हवाला दिया जाता है। बीजेपी व उनके लोग महिला सम्मान व बेटियों की सुरक्षा की बाते करते हैं। यहां पर एक बेटी के साथ अपराध के घटनाक्रम में सभी चुप हैं। सांसद भी चुप हैं। हमने इस मामले में विधानसभा में सवाल लगाया हुआ हैं और विधानसभा अध्यक्ष से हमारी मांग रहेगी कि वह इस मामले को विशेष चर्चा हेतु शामिल करे। हम इस मामले में कतई चुप नहीं बैठेगें। उन्होने कहा कि आगामी 20 दिसंबर तक विधानसभा का सत्र हैं। इस अवधि तक भी भूपेंद्र की गिरफ्तारी नहीं होती हैं तो इस सत्र के पश्चात बालाघाट में कांग्रेसियों के साथ रणनीति बनाकर मै आमरण अनशन पर बैठ जांऊगी।
किसान उपज बेचने तैयार नहीं
किसान हित में बात करते हुए विधायक अनुभा मुंजारे ने कहा कि प्रदेश की सरकार ने चुनाव के दौरान अपने चुनावी घोषणा पत्र में किसानों से वादा किया था कि उनकी धान की उपज को 31 सौ रुपए प्रति किवंटल, गेहूं 27 सौ रुपए प्रति किवंटल, सोयाबीन 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल की दर पर खरीदी करेगें। परंतु साल भर बाद भी सरकार ने इसे नही निभाया हैं। जबकि प्रदेश की सरकार प्रमुख दो मुददे पर ही काबिज हुई हैं। विधायक अनुभा मुंजारे ने कहा कि सरकार ने इस समय समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी प्रारंभ कर दी और महज 23 सौ रुपए प्रति किंवटल की दर पर धान की खरीदी की जा रही हैं। इस दर पर हमारे किसान उपज बेचने तैयार नहीं हैं। किसानों द्वारा आंदोलन किया जा रहा हैं। किसानों का यह आंदोलन शांतिपूर्ण माहौल में चल रहा हैं।
तो आंदोलन उग्र होगा
सरकार ने किसानों की मांग को पूरा नही किया तो आंदोलन उग्र होगा। दूर्भाग्य यह कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव को बालाघाट प्रवास में व्यापार मेला में आगमन हुआ। लेकिन उन्होने किसानों से मिलने का समय नहीं निकाला और ना ही किसानों के संबंध में कोई बात की। किसानों के धान उपज 31 सौ रुपए की दर पर खरीदी करने की मांग लबें समय से हो रही हैं। जिसे प्रदेश के मुख्यमंत्री अनसुना कर रहे हैं। हम प्रदेश सरकार को कहना चाहते हैं कि वह किसानों की मांग पर तत्काल निर्णय लेवें। यदि घांव आपने दिया है तो उस पर मलहम भी लगाओं।
नौकरशाही हावी हो गई
कांग्रेस विधायक अनुभा मुंजारे ने जिला पंचायत सीईओ की कार्यप्रणाली की आलोचना करते हुये कहा कि सीईओ को कई बार फोन लगाने के बावजूद वह कॉल रिसीव नहीं कर रहे और ना ही बाद में रिप्लाई दे रहे हैं। जिससे लगता हैं कि उनके ऊपर पूरी तरह से नौकरशाही हावी हो गई हैं। हम उन्हे बताना चाहते हैं कि जनता के लिये हम अपने बात किस मंच पर रखनी हैं और कैसे रखी जाती हैं यह सब आता हैं। अवसर आने पर आगे भी हम इसका प्रतिउत्तर दे सकते हैं। विधायक अनुभा मुंजारे ने बताया कि भोपाल में कांग्रेस द्वारा 16 दिसंबर को विविध मुददों को लेकर विधानसभा का घेराव आंदोलन किया जा रहा हैं। जिसमें हमारे सभी विधायकगण और कांग्रेस के वरिष्ठ नेतागण प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में घेराव आंदोलन करेगें।