
Modi doubted congress by furthering tharoors name
राष्ट्रमत न्यूज,नई दिल्ली (ब्यूरो) ऑपरेशन सिंदूर को लेकर केंद्र सरकार ने विदेश दौरों के लिए सात सांसदों का प्रतिनिधि मंडल बनाया है। जिसमें कांग्रेस सांसद शशि थरूर का नाम भी है। शशि थरूर का नाम आगे करके प्रधान मंत्री मोदी ने कांग्रेस को संशय में डाल दिया है। कांग्रेस को डर है कि विदेश में ऑपरेशन सिन्दूर का प्रचार करने के बाद कहीं शशि थरूर बीजेपी में न चले जाएं। इसलिए कि ऐसे कई मामले आए हैं जब शशि ने केन्द्र सरकार की तारीफ की है। अपनी ही पार्टी की गाइड लाइन के बाहर जाकर उन्होंने मोदी सरकार का पक्ष लिया है। अब जयराम रमेश का कहना है कि जब कांग्रेस ने शशि का नाम दिया ही नहीं था तो उनका नाम क्यों जोड़ा गया है। उन्हें आपत्ति है। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के लिए सात सांसदों के नामों की घोषणा के तुरंत बाद कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने उन सांसदों के नामों का खुलासा किया जिनकी सिफारिश पार्टी ने की थी।
विपक्षी दलों ने विरोध नहीं जताया
खास बात यह है कि गठबंधन में कांग्रेस के सहयोगी दल की कनिमोझी और सुप्रिया सुले ने प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनने के प्रस्ताव को ठुकराया नहीं। अन्य प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व रविशंकर प्रसाद, संजय झा, श्रीकांत शिंदे शिवसेना और बैजयंत पांडा करेंगे। सरकार ने कांग्रेस के इस दावे को खारिज कर दिया है कि पार्टी को यह तय करने का पूरा अधिकार है कि प्रतिनिधिमंडल में कौन शामिल होगा।
शशि थरूर की मुरीद बीजेपी
कांग्रेस के रुख पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय कहा कि शशि थरूर की वाक्पटुता में उनके लंबे अनुभव और विदेश नीति पर उनकी गहरी समझ से कोई इनकार नहीं कर सकता तो फिर कांग्रेस पार्टी और खासकर राहुल गांधी ने उन्हें क्यों नहीं चुना। क्या यह असुरक्षा है? जलन है या सिर्फ उन लोगों के प्रति असहिष्णुता है जो हाई कमान से आगे निकल जाते हैं।
अपना सियासी पैतरा बदल दिया
जब काग्रेस को लगा कि शशि थरूर को प्रतिनिधि मंडल की सूची से अलग नहीं कर सकते तो उसने अपना सियासी पैतरा बदल दिया। कांग्रेस पार्टी द्वारा कहा गया कि हम बीजेपी के भीतर प्रतिभा की कमी को पहचानने और देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए कांग्रेस के नेता को चुनने के लिए सरकार की सराहना करते हैं।इसमें कहा गया है कि हमें विश्वास है कि शशि थरूर वैश्विक स्तर पर भारत का पक्ष रखेंगे और मोदी सरकार द्वारा की गई गलतियों को सुधारेंगे। यह तो वक्त बतायेगा कि शशि मोदी सरकार का पक्ष लेंगे या फिर कांग्रेस की भाषा बोलेंगे।