
Meet companies and hotels also changed their names
राष्ट्रमत न्यूज,लखनऊ(ब्यूरो)। देश में सरकारें स्टेशन और शहर के नाम बदलने की सियासत करती आई हैं। अब उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में मुस्लिम मालिकों द्वारा हिन्दू नामों से बैंड बाजे संचालित करने के विवाद में अब हिन्दू मालिकों की मीट कंपनियों और होटलों के नामों को भी बदलने की मांग उठने लगी है। नाम के विवाद में नेताओं की भी एंट्री हो गयी है।देखा जा रहा है कि हिन्दुओं के नाम से मीट की दुकानें देश के हर हिस्से में खुली हैं।
उनके भी नाम बदलें
मुरादाबाद के पूर्व सांसद और समाजवादी पार्टी के नेता डॉ एस टी हसन ने कहा है कि जब मुस्लिम मालिकों द्वारा हिन्दू नामों से बैंड बाजे के नामों को पहचान छुपा कर संचालित किया जाना बताया जा रहा है, उनके नाम बदलवाने की मांग हो रही है तो फिर बड़े बड़े मीट एक्सपोर्टर जो बीफ भी एक्सपोर्ट कर रहे हैं जैसे अल कबीर और अल अरेबियन एक्सपोर्ट जैसी अन्य कई कंपनियां हैं, जो मुस्लिम नामों से चलाई जा रही हैं और इनके मालिक हिन्दू हैं। तो वह क्यों अपनी पहचान छुपा कर मुस्लिम देशों में मीट और बीफ एक्सपोर्ट कर रही हैं। वह क्यों पहचान छुपा कर कारोबार कर रहे हैं,फिर तो उनके भी नाम बदलने चाहिए।
नाम पर विवाद क्यों कर रहें
सपा नेता ने कहा कि अजमेर शरीफ में ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के बाहर जो मार्केट है, उसमें अधिकतर हमारे हिन्दू भाइयों की दुकानें हैं। वहां तो कोई मुसलमान यह नहीं कहता कि हम हिन्दू भाई से कोई सामान न खरीदें चादर से लेकर तबरुख तक सब हिन्दू भाइयों की दुकानों से खरीदते हैं।ये हमारी प्यार मोहब्बत की सभ्यता है और जो लोग नाम पर विवाद कर रहे हैं। वह लोग देश की एकता अखंडता के लिए खतरा हैं।वो देश के अंदर दो बड़ी आबादियों के बीच नफरत पैदा करना चाहते हैं और देश को कमजोर कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट का पहला आदेश बढ़िया
आवारा कुत्तों को लेकर दिए गए सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हुए सपा नेता एसटी हसन ने कहा कि इंसान की जिंदगी की अहमियत सबसे अधिक होनी चाहिए। हमारे देश में आवारा कुत्ते हों या आवारा सांड और बंद हों।इन्होंने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। लोगों की जान ले रहे हैं। जिनका सिविल सोसाइटी में क्या काम दुनिया के किसी देश में ऐसा नहीं है। इस पर पूर्ण रूप से अंकुश लगना चहिए और इन्हें पूरे तरीके से सिविल सोसाइटी से दूर रखा जाए। कुत्तों के काटने से इंसान की बहुत दर्दनाक मौत होती है। सुप्रीम कोर्ट का पहला आदेश बहुत ठीक था,सपा नेता ने डाग लवर्स पर भी निशाना साधा।