
Mass marriage event swallowed commission
बालाघाट। लालबर्रा जनपद पंचायत में 6 मार्च को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह,निकाह का आयोजन कमीशन की भेंट चढ़ गया। जिससे यह कार्यक्रम स्थिगित कर दिया गया। लेकिन टेंट वाले दो तीन लाख रुपए का नुकसाान हो गया। मुख्यकार्यपालन अधिकारी चन्द्ररं सिंह मंडलोई ने एक प्रेस विज्ञप्ति में सूचित कर दिया गया कि सामूहिक विवाह कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। शादी के आयोजन के दो दिन पूर्व इस आयोजन को रद्द करना किसी के गले नहीं उतर रहा है।
टेंडर ऑफलाइन हुआ
जनपद पंचायत की लापरवाही की वजह से 430 जोड़ो का विवाह नहीं हो सकेगा। विवाह का आयोजन रद्द हो जाने से लालबर्रा ब्लाक में अफरा तफरी का माहौल है। सामूहिक विवाह आयोजन को कमीशन निगल गया। बताया जाता है कि जनपद पंचायत सामूहिक विवाक सामग्री और प्रचार प्रसार का आन लाइन निविदा आमंत्रित करना चाहिए था। लेकिन ऐसा नहीं किया गया।निविदा आॅफलाइन हुई। ताकि अधिक से अधिक कमीशन मिल सके।कुछ ही लोगों को कार्य का आर्डर दिया गया। जिला प्रशासन ने लालबर्रा जनपद पंचायत सीईओ को फटकार भी लगाई। इनके खिलाफ नियम विरूद्ध काम किये जाने पर कार्रवाई की चर्चा है। जिला प्रशासन की फटकार के बाद लालबर्रा जनपद पंचायत सीईओ ने सामूहिक विवाह कार्यक्रम रद्द कर दिये हैं।
इनका कहना है
राजेश टेंट हाऊस के संचालक दिनेश फुंडेकर ने बताया कि जनपद पंचायत में आॅफलाइन टेंडर के माध्यम से कम रेट होने पर सामूहिक विवाह कार्यक्रम के टेंट एवं भोजन का कार्य हमें मिला था। कहा गया कि आप कार्य प्रारंभ कर दें। दो बड़े वाहनों से टेंट मंगाया। हमारी तफर से तैयारी 90 फीसदी हो चुकी थी। इसी बीच कहा गया कि कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। दो तीन लाख रुपए का हमारा नुकसान हुआ। जिला पंचायत और जनपद पंचायत के सीईओ इसके लिए जवाबदार हैं,उन्होने ऑन लाइन टेंडर की बजाए ऑफलाइन टेंडर किया।