
Manipuri jala,uri and pahalgam scandal took place,why no one resigned
राष्ट्रमत न्यूज,नई दिल्ली(ब्यूरो)। लोकसभा में मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा जारी है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा- लोग पहलगाम में सरकार के भरोसे गए थे, लेकिन सरकार ने लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया। ये जिम्मेदारी क्या देश के प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, NSA की नहीं है। राजनाथ जी उरी.पुलवामा के समय गृह मंत्री थे, आज वह रक्षा मंत्री हैं। अमित शाह के समय मणिपुर जल रहा है,दिल्ली दंगे हुए, पहलगाम हुआ और आज भी वह गृह मंत्री हैं क्यों? देश जानना चाहता है।
किसी का इस्तीफा क्यों नहीं हुआ?
आज वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोकसभा में बहस के दौरान सरकार पर पहलगाम आतंकी हमले पर सवाल खड़े किए। उन्होंने पूछा कि आखिर पहलगाम में छुट्टियां मनाने गए लोगों की सुरक्षा करने वाला कोई क्यों नहीं था। उन्होंने आतंकी हमले की जिम्मेदारी को लेकर कहा कि किसी का इस्तीफा क्यों नहीं हुआ? अपने भाषण में प्रियंका गांधी का निशाना रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृहमंत्री अमित शाह पर था।
प्रियंका गांधी ने इस्तीफे की कही बात
प्रियंका गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और देश के गृह मंत्री ने इस्तीफा दिया। राजनाथ जी उरी.पुलवामा के समय गृह मंत्री थे, आज वह रक्षा मंत्री हैं। अमित शाह के समय मणिपुर जल रहा है,दिल्ली दंगे हुए, पहलगाम हुआ और आज भी वह गृह मंत्री हैं क्यों? देश जानना चाहता है।
क्या इस सरकार में किसी का इस्तीफा हुआ?
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि 2008 में आतंकी हमला हुआ। राज्य के चीफ मिनिस्टर का इस्तीफा हुआ। देश के गृहमंत्री ने इस्तीफा दिया। प्रियंका गांधी ने कहा कि क्या इस सरकार में किसी का इस्तीफा हुआ? प्रियंका गांधी ने कहा कि क्या सेना प्रमुख, क्या इंटेलीजेंस प्रमुख ने इस्तीफा दिया? क्या गृह मंत्री ने इस्तीफा दिया? इस्तीफा छोड़िए, जिम्मेदारी तक नहीं ली?
पकड़ा गया और बाद में फांसी दी गई
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि इतिहास की बात आप करिए, मैं वर्तमान की बात करूंगी। 11 साल से सत्ता में आप हो। कल मैं देख रही थी, जब गौरव गोगोई ने जिम्मेदारी की बात कही, राजनाथ सिंह सिर हिला रहे थे लेकिन गृह मंत्री हंस रहे थे। इन्होंने कल कहा कि मुंबई हमले के बाद मनमोहन सरकार ने कुछ नहीं किया। जब घटना चल रही थी, तभी तीन आतंकियों को मार दिया गया था और एक बचा था जिसे पकड़ा गया और बाद में फांसी दी गई।