
malajkhand ponds started looking beautiful with shramdan
बालाघाट। जल गंगा संवर्धन अभियान इस मकसद के साथ प्रारम्भ हुआ कि पहले से बने जल स्त्रोतों का समुचित रखरखाव हो और उनमें पर्याप्त जल का संरक्षण किया जाए। साथ ही कुछ ऐसे जल स्त्रोत बनाएं जाएं जो बहते जल और बारिश की बूंदों को जमीन में उड़ेल सकें। इन्ही प्रयासों के साथ बालाघाट में भी जल गंगा संवर्धन अभियान लगातार चल रहा है। अभी तक मलाजखण्ड नगर परिषद द्वारा नगर के 9 तालाबों में से 3 तालाबों का श्रमदान के साथ सौंदर्यीकरण का उल्लेखनीय कार्य किया है।
कचरा भरा पड़ा था
नगर परिषद सीएमओ दिनेश बाघमारे ने बताया कि नगर के सड़क तालाब गंगरिया और बेल तालाब का अब तक संवर्धन की दिशा में अच्छा काम हुआ है। श्रमदान प्रारम्भ करने से पूर्व तालाब के साथ पास और भीतर भी गंदगी पसरी थी। श्रमदान में पानी की बोतलें, पालीथिन और तरह तरह का कचरा भरा पड़ा था। श्रमदान करके कचरा तो साफ किया ही। साथ ही यहां बने घाट और तालाब की सीमाओं पर रंगरोगन किया गया। साथ ही पीचिंग कार्य को व्यवस्थित किया गया।