
Land mafia sold 500 crore land to waqf bord
रायपुर। छत्तीसगढ़ में भूमाफिया ने दस्तावेजों में हेराफेरी करके वक्फ बोर्ड की पांच सौ करोड़ से अधिक की जमीनें बेच दी है।राजधानी रायपुर में नरहरि मंदिर के पास कब्रिस्तान की जमीन को बेच दिया गया है। इतना ही नहीं टिकरापारा की ओर जाने वाली रोड पुलिस लाइन की पास बने मजार से लगी सभी जमीनें बेच दी गयी है। इन जमीनों पर बिहार के लोगों को कब्जा है। वैसे राज्य में वक्फ की करीब 13 सौ करोड़ से अधिक की प्रापर्टी है।
नब्बे फीसदी जमीन पर कब्जा
छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सलाम रिजवी ने बताया वक्फ के पास छत्तीसगढ़ में 5 हजार करोड़ की संपत्ति है। इसमें से 90 फीसदी पर कब्जा है। शहर में 3 हजार 500 करोड़ और ग्रामीण इलाकों में 1 हजार 500 करोड़ की संपत्ति है। बोर्ड के अफसरों के अनुसार, रायपुर, रायगढ़, राजनांदगांव, बिलासपुर, जगदलपुर, मुंगेली, धमतरी, दुर्ग सहित प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 2006 संपत्तियां हैं। वक्फ की करीब पांच सौ करोड़ की जमीन खुर्द बुर्द कर दी गयी है। भूमाफिया ने जो जमीनें वक्फ बोर्ड की बेच दी है उसकी जानकारी उसके पास नहीं है। अब जब उसे जानकारी मिली है तो वह रजिस्ट्री को शून्य करने की तैयारी कर रहा है। लेकिन ऐसा हो जाएगा इसकी संभावना कम है।
रजिस्ट्री कैसे होगी शून्य
छत्तीसगढ़ बोर्ड के मुताबिक जगदलपुर, अंबिकापुर, रायपुर, बिलासपुर में वक्फ की जो जमीनें बेची दी गयी है,उसमें कुछ हाल ही में बेची गयी है। लेकिन ऐसी कई प्रापर्टीज है जो तीस-चालीस साल पहले बेची गयी है। जाहिर सी बात है ऐसी जमीनों की रजिस्ट्री वक्फ शून्य नहीं कर पाएगा। इसलिए भी कि उसके पास दस्तावेज भी नहीं हैं।
फर्जी तरीके से बेची गयी जमीन
छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के चेयरमैन सलीम राज दावा कर रहे हैं कि हम समस्त रजिस्ट्रार को पत्र लिख रहे हैं। कलेक्टर को भी पत्र लिखा गया है। वक्फ प्रापर्टी की रजिस्ट्री नहीं हो सकती। जिस जमाने में डिजिटल नक्शे नहीं होते थे, उस जमाने में डिजिटल जमीन के नक्शे दिखाकर सौदेबाजी की गई है। यह पूरी तरह से फर्जी है। प्रदेश में वक्फ के पास करीब पांच हजार करोड़ रुपए की जमीन है। जिसमें पांच सौ करोड़ की जमीनें बेच दी गयी है।
दरगाह के अध्यक्ष बदलते रहे
सबसे बड़ा सवाल यह है कि वक्फ की जमीन जिन्होंने बेची है,उसमें कई लोग होंगे नहीं। ऐसे में रजिस्ट्री शून्य कराना संभव नहीं लगता। साथ ही बरसों पहले वक्फ की जमीन के साथ किस तरह दस्तावेजों में गड़बड़ी की गयी है उसका रिकार्ड भी मिलना संभव नहीं है। पांच सौ करोड़ की जमीन को खुर्द बुर्द होने की जवाबदेही किस पर होगी यह भी सबसे बड़ा सवाल है। हर दरगाह की कमेटी के अध्यक्ष बदलते रहे हैं। सदस्य भी।
आय को बड़ा नुकसान
अब जब बोर्ड की ओर से छत्तीसगढ़ की सभी संपत्ति की दस्तावेज की जानकारी मांगी गई है तो 1380 करोड़ 90 लाख के करीब की प्रापर्टी का पता चला है। हालांकि बोर्ड की छत्तीसगढ़ में तकरीबन 5000 करोड़ की प्रापर्टी है। वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सलाम रिजवी का कहना है कि वक्फ की जमीनों पर कब्जे की वजह से वक्फ बोर्ड की आय को बड़ा नुकसान हो रहा है। रायपुर शहर में 3 हजार 500 करोड़ की संपत्ति है।
सबसे ज्यादा प्रापर्टी बिलासपुर में
वक्फ बोर्ड के रिकार्ड के मुताबिक 277 एकड़ के साथ छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा प्रापर्टी बिलासपुर में है। दुर्ग में 24 एकड़, अंबिकापुर में 4 एकड़ए वहीं जगदलपुर में बोर्ड की जमीन पर हेलीपैड बनाया गया है जिसका सरकार से मुआवजा लेने की आखिरी कार्रवाई चल रही है।