
Kanan pendari joo wall will fall in the rain
राष्ट्रमत न्यूज,बिलासपुर(ब्यूरो)। कानन पेण्डारी जू की सुरक्षा को नजर अंदाज किया जा रहा है। इस बार की बारिश दीवार सह पाएगी इसमें संदेह है। इसलिए कि बारिश से पहले ही दीवार झुक गयी है। हर साल बारिश आते ही यहां की बाउंड्रीवाल झुक जाती है या फिर गिर जाती है। इस बार भी ऐसा ही है। वन विभाग के पास न तो मरम्मत का बजट है और न ही स्थायी समाधान की कोई योजना है। दीवार ढह न जाए इसलिए उसे लकड़ियों का टेका दिया गया है। जाहिर सी बात है कि इतने बड़े जू की सुरक्षा के प्रति लापरवाही बरती जा रही है।
दीवारें झुकने लगी हैं
बारिश से पहले ही दीवारें झुकने लगी हैं, जबकि पिछले वर्षों में भी यही कहानी दोहराई जाती रही है। मुख्य गेट के पास और हाथियों के बाड़े के पीछे की दीवारें पहले भी कई बार गिर चुकी हैं। नई दीवार की जगह ‘ग्रीन नेट’ लगाकर घेराबंदी कर दी जाती है। यही हाल रेस्क्यू सेंटर की ओर जाने वाले रास्ते का है। गेट नंबर एक के पास बनी सीमेंट की दीवार अब एक ओर झुकने लगी है। इसके नीचे लकड़ी और पत्थर का टेका लगाया गया है ताकि यह बारिश में ढह न जाए। आपको बता दें, कानन पेण्डारी को हाल ही में केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण, नई दिल्ली से मीडियम जू की मान्यता मिली है। करीब 114 एकड़ में फैले इस जू में 650 से ज्यादा वन्य प्राणी हैं, लेकिन इनकी सुरक्षा के इंतज़ाम हर साल सवालों में घिरे होते हैं।