
Jyoti enemy country turned out to be a friend of pakistan
राष्ट्रमत न्यूज, नई दिल्ली (ब्यूरो)। ज्योति मल्होत्रा दिल्ली में बीस हजार रुपये महीना की सर्विस करती थी। हिसार में पचास गज का उनका घर है। उनकी आर्थिक स्थिति इतनी नहीं है कि वो थाईलैण्ड,चीन,पाकिस्तान आदि देशों की फस्ट क्लास में हवाई यात्रा कर सकें। नौकरी छूटने पर यूट्यबर बन गयी। सोशल प्लेट फार्म पर अपनी तस्वीरें और पोस्ट शेयर करने लगी। उससे भी इतनी आय नहीं होती थी उनका स्टेटस हाई प्रोफाइल हो। उनकी हाई प्रोफाइल स्टेटस पर शक पुलिस को होना ही था। पंजाब और हरियाणा ने कुछ लोगों को पाकिस्तान के खुफिया जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तारी शुरू की थी तो उसमें ट्रैवल ब्लागर ज्योति मल्होत्रा भी लपेटे में आ गयीं। जब पुलिस ने पुछताछ की तो हैरान कर देने वाली जानकारी मिली। पांच दिन के लिए वो पुलिस रिमांड पर हैं।पुलिस अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि वह पाकिस्तान अधिकारियों के संपर्क में थीं और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भी उन्होंने काफी जानकारी साझा की है। ज्योति का दुश्मन देश की दोस्त बनना हैरानी वाली बात है।
ज्योति मल्होत्रा अटारी बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान जाती थी। इससे जुड़ी तस्वीरें और वीडियो उसने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर शेयर किए हैं।
पाकिस्तानी अधिकारी के संपर्क में
केंद्रीय एजेंसियों से इनपुट मिले और हमने ज्योति मल्होत्रा को गिरफ्तार किया। वह कई बार पाकिस्तान और एक बार चीन जा चुकी थी। वह पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी के संपर्क में थी। उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस उसके वित्तीय ब्योरे का विश्लेषण कर रही है। भारत पाक युद्ध के दौरान वह पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी के संपर्क में थी। उनकी ट्रैवल डिटेल्स उसकी कुल आय को झुठला रहे हैं।
बेरोजगारी में वीडियो बनाने लगी
सन् 2020 में जब कोरोना काल आया तो दिल्ली की कंपनी ने ज्योति को नौकरी से निकाल दिया। वह हिसार लौट आई। उस वक्त उसे यहां कोई नौकरी नहीं मिली। बेरोजगार हुई तो वीडियो बनाने लगीरू नौकरी छूटने के बाद ज्योति बेरोजगार हो गई। फिर उसने सोशल मीडिया पर देखा कि लोग ढेर सारे वीडियो बनाते हैं। जिसके बदले उन्हें रुपए मिलते हैं। दिल्ली में रहकर वह खुद को स्टाइलिश बना चुकी थी। इसलिए उसने भी फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर चैनल बनाकर वीडियो बनाने शुरू कर दिए। धीरे.धीरे उसे इनके जरिए कमाई भी होने लगी।आस.पड़ोस में ज्यादा बात नहीं करती थी। इस दौरान ज्योति अधिकतर समय बाहर ही रहती थी।

चीनी अधिकारियों से भी मिली
ज्योति पिछले साल 23 मार्च को पाकिस्तान के नेशनल डे पर वहां की एंबेसी में इफ्तार पार्टी में शामिल हुई थी। उसने अपने चैनल पर इसका वीडियो डाला था। एंबेसी में पाकिस्तानी दूतावास के एक अफसर दानिश ने बहुत फ्रेंडली तरीके से उसका वेलकम किया। वीडियो में दोनों आपस में इस तरह से बात करते दिखे जैसे एक-दूसरे को बहुत करीब से जानते हों।पार्टी में दानिश ने उसे अपनी पत्नी से मिलवाया। इसके अलावा वहां मौजूद अधिकारियों से भी उसकी बात कराई। इस इफ्तार में ज्योति कुछ चीनी अधिकारियों से भी मिली। वह पूरे वीडियो में पाकिस्तानी एंबेसी में किए इंतजामों की जमकर तारीफ करती रही। उसने दानिश की पत्नी को अपने घर यानी हरियाणा के हिसार में आने के लिए इनवाइट भी किया।
ये तस्वीर थाईलैंड के पटाया की है। 20 अक्टूबर 2024 को इसे इंस्टाग्राम पर अपलोड किया था।
हमले से पहले ज्योति पाकिस्तान गई थी
जासूसी के आरोप में पकड़ी गई यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को लेकर हरियाणा पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। हिसार के एसपी शशांक कुमार सावन ने बताया कि पहलगाम हमले से पहले ज्योति पाकिस्तान गई थी।पाकिस्तानी उसे एसेट के तौर पर डेवलप कर रहे थे। वह अन्य यूट्यूबर्स के संपर्क में थी। वह स्पॉन्सर्ड ट्रिप पर पाकिस्तान जाती थी। भारत से निकाले गए पाकिस्तानी अफसर दानिश से ज्योति की नजदीकी थी। उसके यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जो’ पर अपलोड किए गए वीडियो से ही इस बात का पता चला। इसके बाद पूछताछ में ज्योति ने इस बात की पुष्टि की।
पाकिस्तान हाई कमीशन की 28 मार्च 2024 को दिल्ली में हुई इफ्तार पार्टी में एंबेसी के अधिकारी दानिश और उसकी पत्नी के साथ बात करती ज्योति।
ज्योति पर शक की वजहें
- ज्योति कोई नौकरी नहीं करती। हिसार में 55 गज का घर है। फिर उसकी विजिट के लिए खर्च किसने किया?
- पाकिस्तानी दूतावास की पार्टी में वह गेस्ट कैसे बनी, दानिश के साथ उसका फ्रेंडली व्यवहार भी एजेंसियों को खटका?
- ज्योति महज एक ट्रैवल यूट्यूबर है, इसके बावजूद वह पाकिस्तानी पंजाब की CM मरियम नवाज शरीफ के इतना करीब कैसे पहुंची?
- ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा सुरक्षा एजेंसियों की नजर में तब आई जब वह पिछले साल 2024 में 2 महीने के भीतर पाकिस्तान और फिर चीन गई थी।
- ज्योति मल्होत्रा 17 अप्रैल 2024 को एक महीने के टूर पर पाकिस्तान गई थी। 15 मई तक वह पाकिस्तान में ही रही। इसके बाद भारत लौटी।
- पाकिस्तान से लौटने के 25 दिन बाद ही 10 जून को वह चीन चली गई। 9 जुलाई तक चीन में रही और फिर वहीं से 10 जुलाई को नेपाल में काठमांडू पहुंच गई।
- इससे पहले वह करतारपुर कॉरिडोर से पाकिस्तान गई तो वहां पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री और पूर्व पीएम नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज शरीफ से मिली और उनका इंटरव्यू तक किया।