
Jama masjid or harihar tempal in sambhal
संभल।(बबलू भारद्वाज)। उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर बवाल हो गया है। हिन्दू पक्ष का कहना है कि हरिहर मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाया गया है। इसी बात पर सर्वे करने पहुंची टीम पर इकट्ठा हुए बड़ी संख्या में मुस्लिम लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। हालात यह हो गया कि पुलिस फोर्स को मजबूरन आंसू गैस के गोले छोड़ने के साथ लाठीचार्ज भी करना पड़ा। पुलिस और प्रशासन के बड़े अधिकारी मौके पर हैं।
मस्जिद नहीं हरिहर मंदिर है
संभल की शाही जामा मस्जिद को लेकर विवाद हो गया है। यहां पर हिंदू पक्ष दावा कर रहा है कि यह जामा मस्जिद नहीं बल्कि हरिहर मंदिर है। इसको लेकर कोर्ट में याचिका लगी। जिसपर सुनवाई का आदेश दिया गया। आज रविवार की सुबह साढ़े 7 बजे से यहां सर्वे किया जाना था। एडवोकेट कमिश्नर सर्वे के लिए पहुंचे थे लेकिन इसी बीच वहां बड़ी संख्या में उपद्रवी इकट्ठा हो गए। अचानक हंगामे के बाद पत्थरबाजी शुरू हो गई।
पुलिस टीम पर पथराव
शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान इकट्ठा हुई भीड़ ने पुलिस की टीम पर पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने आंसू गैस के गोले छोड़े और उपद्रवियों को भगाना शुरू किया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए मौके पर डीएम एसपी सहित कई थानों की पुलिस फोर्स तैनात है। घटना के वीडियो भी वायरल हो रहे हैं। पूरे इलाके में तनाव की स्थिति कायम है।
सपा सांसद के पिता पाबंद
इससे पहले संभल की उप जिलाधिकारी एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि संभल के एसपी सांसद जिया उर रहमान वर्क के पिता ममलुकुर रहमान वर्क सहित 34 लोगों को पाबंद किया गया है। स्थानीय प्रशासन किसी व्यक्ति को पाबंद करने का आदेश दे सकता है। अगर उसे सूचना मिलती है कि वह व्यक्ति शांति भंग कर सकता है। सार्वजनिक सौहार्द को खतरा पहुंचा सकता है या कोई गलत काम कर सकता है।
संभल बवाल पर बरसे योगी के मंत्री
उत्तर प्रदेश के संभल जिले की शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान आज बवाल पर राज्य मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि धर्म विशेष के लोग खुद को संविधान कानून और न्यायपालिका से ऊपर समझ रहे हैं। राज्य मंत्री ने कहा पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में वाली सरकार सभी को संवैधानिक मूल्यों और कानून का पालन कराएगी।यहां कोई तुगलकी फरमान नहीं चल पाएगा। देश का कानून सब लोगों पर लागू होता है और सबको मानना पड़ेगा। इस तरह की अराजता और न्यायालय के आदेश की अवेहलना अनादर नहीं चलेगा।
हरिहर मंदिर तोडा गया
हिंदू पक्ष का दावा है कि शाही जामा मस्जिद पूर्व में हरिहर मंदिर को तोड़कर बनाई गई है। यह भी दावा किया जा रहा है कि यही वो स्थान है जहां भविष्य में भगवान कल्कि अवतार लेंगे। मुस्लिम पक्ष ने उन आरोपों को नकारा है जिसमें इसे हरिहर मंदिर बताया गया है। उनका कहना है कि 1529 में शाही जामा मस्जिद का निर्माण मीर बेग ने करवाया था जो मुगल बादशाह बाबर का कमांडर था। अब सवाल यह है कि क्या यह वही मीर बेग है जो मीर बाकी कहलाता था, माना जाता है कि मीर बाकी के द्वारा अयोध्या में मस्जिद का निर्माण कराया था। जो बाद में विवाद का कारण बनी। इतिहासकारों के मुताबिकए मीर बेग को कई नामों से जाना जाता है। वह मूल रूप से उज्बेकिस्तान के शहर ताशकंद का रहने वाला था। इसलिए उसे बाकी ताशकंदी भी कहा गया।जिसका जिक्र बाबर की किताब बाबरनामा में है। उसे बाकी बेग बाकी शाघावाल और बाकी मिंगबाशी नामों से भी जाना गया।
अयोध्या और संभल कनेक्शन
मुगलकाल में बाबर ने मीर बाकी को अवध प्रदेश का गवर्नर बनाया था।माना जाता है कि इसी दौरान 1528 में उसने अयोध्या में मस्जिद का निर्माण कराया था। मुस्लिम पक्ष के मुताबिक संभल की जामा मस्जिद का निर्माण 1529 में मीर बेग ने कराया यानी दोनों मस्जिदों के निर्माण में एक वर्ष का अंतर है। दोनों के निर्माण में बाबर के खास दरबारी का नाम शामिल है।दोनों ही मामलों में हिंदू पक्ष का दावा है कि यहां मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गईं। अयोध्या में भगवान राम के जन्मस्थान पर मस्जिद बनाने का आरोप लगा। वहीं संभल में हरिहर मंदिर को तोड़कर शाही जामा मस्जिद बनाए जाने का दावा किया जा रहा है।