
Jai all around in india , fear in pakistan
नई दिल्ली (ब्यूरो)। आपरेशन सिन्दूर के तहत भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान में 24 मिसाइलें दागे।इसी के साथ पहलगाम का बदला भारत ने ले लिया ,साथ ही पाकिस्तान में चल रहे आतंकी सेंटर का खात्मा हो गया। सौ से अधिक आतंकी मारे गए। आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के कई रिश्तेदार मारे गए। प्रधान मंत्री इस हमले पर कहा कि यह तो होना ही था। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, भारतीय जवानों से यही उम्मीद थी। आज देश में चारो तरफ जय का शोर है, वहीं पाकिस्तान अंदर से डरा हुआ है।उसे आशंका है कहीं भारत सैनिक युद्ध ने छेड़ दे। भारत एयर स्ट्राइक से पाकिस्तान को बता दिया कि अभी तुम भारत से लड़ने केे काबिल नहीं हो।इंडियन एयरफोर्स ने मंगलवार आधी रात 1:05 बजे पाकिस्तान और पीओके, यानी पाक अधिकृत कश्मीर के भीतर एयर स्ट्राइक की।
आतंकी संगठन जैश-ए- मोहम्मद के ठिकाने की तस्वीर
भारत की जवाबी कार्रवाई
इस हमले में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया है। इसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं। भारत की ये जवाबी कार्रवाई पहलगाम हमले के 15 दिन बाद की गई है और इसका नाम दिया है ‘ऑपरेशन सिंदूर’।ये नाम उन महिलाओं को समर्पित है, जिनके पतियों की पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने हत्या कर दी थी।
भारत की एयर स्ट्राइक के बाद मरीद के शहर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गयी है।
मोदी ऑपरेशन सिंदूर को मॉनिटर करते रहे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कैबिनेट बैठक में पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए तीनों सेनाओं की तारीफ की। ऑपरेशन सिंदूर पर कहा कि ये नया भारत है। पूरा देश हमारी ओर देख रहा था। ये तो होना ही था।पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के डायरेक्टर लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा- भारत ने 24 मिसाइलें दागी हैं। न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पीएम मोदी ऑपरेशन सिंदूर को पूरी रात मॉनिटर करते रहे।
सेना की कार्रवाई दिखाई गई
सेना ने एयर स्ट्राइक के 9:30 घंटे बाद सुबह 10:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें विदेश सचिव विक्रम मिसरी और आर्मी की कर्नल सोफिया कुरैशी और एयरफोर्स से विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी। सबसे पहले एयर स्ट्राइक का 2 मिनट का वीडियो प्ले किया गया। इसमें आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना की कार्रवाई दिखाई गई।
हमले वाले मुरीद के शहर के एक गवर्नमेंट हेल्थ और एजुकेशन काॅम्प्लेक्स की बिल्डिंग में रेस्क्यू आॅपरेशन चलाया जा रहा है।
आतंकी ठिकाने का बही खाता
- पीओके में मुजफ्फराबाद स्थित लश्कर के सवाई नाला ट्रेनिंग सेंटर को सबसे पहले निशान बनाया गया। सोनमर्ग, गुलमर्ग और पहलगाम हमले के आतंकियों ने यहीं ट्रेनिंग ली थी।
- मुजफ्फराबाद का सैयदना बिलाल कैंप। यहां हथियार, विस्फोटक और जंगल सर्वाइवल की ट्रेनिंग दी जाती थी।
- कोटली का लश्कर का गुरपुर कैंप। पूंछ में 2023 में श्रद्धालुओं पर हमला करने वाले आतंकी यहीं ट्रेंड हुए थे।
- भिम्बर का बरनाला कैंप। यहां हथियार चलाना सिखाया जाता है।
- कोटली का अब्बास कैंप। यह एलओसी से 13 किमी दूर है। यहां फिदायीन तैयार होते हैं।
- सियालकोट का सरजल कैंप। मार्च 2025 में पुलिस जवानों की हत्या के आतंकवादियों को यहीं ट्रेन किया गया था।
- सियालकोट का हिजबुल महमूना जाया कैंप। पठानकोट हमला यहीं प्लान किया गया।
- मुरीदके का मरकज तैयबा कैंप। अजमल कसाब और डेविड कोलमैन हेडली यहीं ट्रेन हुए थे।।
- मस्जिद सुभान अल्लाह बहावलपुर जैश का हेडक्वार्टर था। यहां रिक्रूटमेंट, ट्रेनिंग दी जाती थी। बड़े अफसर यहां आते थे।