
Is there no strength in india alliance
नई दिल्ली (ब्यूरो)। लोकसभा चुनाव तक इंडिया गठबंधन के हौसले बुलंद थे। उसके बाद राज्यों के कई चुनाव हारने के बाद इंडिया गठबंधन में दरार आ गयी। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या इंडिया गठबंधन भंग कर देना चाहिए या फिर उसका नेतृत्व किसी और के हाथ में होना चाहिए। क्या ममता बनर्जी इंडिया गठबंधन का नेतृत्व बेहतर तरीके से कर सकती हैं। अथवा किसी और के हाथ में इसकी बागडोर देनी चहिए। कौन इडिया गठबंधन का नेतृत्व बेहतर तरीके से अगले लोकसभा चुनाव तक कर सकता है। क्या फिर से वापस नीतीश आ सकते हैं। बिहार चुनाव में बीजेपी यदि नीतीश के साथ खेला कर दी तो वो पलटी मारेंगे। आज लोकसभा चुनाव हो जाए तो किसकी सरकार बन सकती है। ऐसे कई सवालों पर देश की राय इंडिया टुडे ने जानने की कोशिश किया है।
कि मोदी अजेय नहीं हैं
पिछले साल लोकसभा चुनाव में बीजेपी और एनडीए की सीटें घटने के बाद एकजुट विपक्ष में एक अलग ही उत्साह था। विपक्ष मोदी सरकार को सत्ता से तो नहीं हटा पाया लेकिन ये विश्वास जरूर दृढ़ हुआ कि मोदी अजेय नहीं हैं। लेकिन उसके बाद विधानसभा चुनावों के नतीजों ने विपक्ष के हौसले पस्त कर कर दिए। हरियाणा में बीजेपी लगातार तीसरी बार सरकार बना ली। महाराष्ट्र में भी महाविकास अघाड़ी की करारी हार हुई। अब दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी का किला भी ढह गया है। राज्यों में एक के बाद एक हार के साथ ही, इंडिया गठबंधन में खटपट भी तेज होती गई है। इंडिया गठबंधन के कई सहयोगी कांग्रेस को नसीहत दे रहे हैं। गठबंधन के भविष्य पर भी सवाल उठ रहे हैं। क्या इंडिया गठबंधन को अब भंग कर देना चाहिए? या जारी रहना चाहिए? इसका नेतृत्व किसके हाथ में रहना चाहिए? इन सवालों पर जनता क्या सोचती है, इस जवाब इंडिया टुडे के ‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वे में मिला है।
65 प्रतिशत लोग इंडिया गठबंधन के पक्ष में
सर्वे में शामिल 65 प्रतिशत लोगों ने कहा कि विपक्षी पार्टियों को इंडिया गठबंधन को जारी रखना चाहिए। हालांकि, 26 प्रतिशत का मानना था कि इस गठबंधन को अब भंग कर देना चाहिए।
राहुल पहली पसंद, ममता दे रहीं टक्कर
सर्वे में जब ये पूछा गया कि इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए कौन सा नेता सबसे मुफीद है तो सबसे ज्यादा प्रतिभागियों ने राहुल गांधी का नाम लिया। इस मामले में उन्हें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी टक्कर देती दिख रही हैं। सर्वे में शामि, 24 प्रतिशत लोगों ने कहा कि गठबंधन का नेतृत्व राहुल गांधी के हाथ में होना चाहिए। 14 प्रतिशत का कहना था कि ममता बनर्जी के हाथ में इंडिया गठबंधन का नेतृत्व होना चाहिए। 9 प्रतिशत लोगों ने अरविंद केजरीवाल तो 6 प्रतिशत लोगों ने अखिलेश यादव का नाम लिया।
आज चुनाव तो किसको कितनी सीट?
सी-वोटर के साथ मिलकर किए गए इंडिया टुडे के इस सर्वे के मुताबिक देश में अगर आज चुनाव हुए तो एनडीए को 343 सीटें मिल सकती हैं। अकेले बीजेपी ही बहुमत के आंकड़े को पार करके 281 सीट हासिल कर सकती है। दूसरी तरफ, अगर आज चुनाव हुए तो इंडिया गठबंधन को महज 188 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है। 2024 के पिछले लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को 232 सीटों पर कामयाबी मिली थी।
कांग्रेस के लिए कुछ-कुछ राहत की बात
सर्वे के अनुमान विपक्ष के लिए अच्छे संकेत तो नहीं दे रहे लेकिन कांग्रेस के लिए इसमें राहत भी छिपी हुई है। सर्वे में पूछा गया कि क्या कांग्रेस असली विपक्षी पार्टी है तो इसके जवाब में 64.4 प्रतिशत ने हां तो 31 प्रतिशत ने नहीं में जवाब दिया। जब ये पूछा गया कि कांग्रेस को सबसे बेहतर कौन चला सकता है तो 36.4 प्रतिशत लोगों ने राहुल गांधी का नाम लिया।
मोदी का जादू अब भी
सर्वे में ये भी पूछा गया कि आप अगले प्रधानमंत्री के तौर पर किसे देखना चाहते या चाहती हैं तो 51.2 प्रतिशत यानी आधे से ज्यादा लोगों ने नरेंद्र मोदी का ही नाम लिया। ये बताता है कि मोदी का जादू अब भी वोटरों के सिर चढ़कर बोल रहा है। 24.9 प्रतिशत ने अगले पीएम के तौर पर राहुल गांधी, 4.8 प्रतिशत ने ममता बनर्जी, 2.1 प्रतिशत ने अमित शाह और 1.2 प्रतिशत ने अरविंद केजरीवाल का नाम लिया।
अबतक का सबसे बेहतर पीएम कौन?
सर्वे में अबतक के सबसे बेहतर प्रधानमंत्री को लेकर भी पूछा गया था। सबसे ज्यादा 50.7 प्रतिशत लोगों ने पीएम मोदी को अबतक का सबसे बेहतर प्रधानमंत्री बताया। मनमोहन सिंह को 13.6 प्रतिशत, अटल बिहारी वाजपेयी को 11.8 प्रतिशत, इंदिरा गांधी को 10.3 प्रतिशत और 5.2 प्रतिशत ने जवाहर लाल नेहरू को अबतक का सबसे प्रधानमंत्री बताया।
कैसे और कब हुआ सर्वे?
इंडिया टुडे के मुताबिक, इंडिया टुडे-सीवोटर मूड ऑफ द नेशन सर्वे 2 जनवरी सो 9 फरवरी 2025 के बीच किया गया था। इसमें सभी लोकसभा से कुल मिलाकर 1,25,123 लोगों की राय ली गई।