
Iran wants to kill donald trump
राष्ट्रमत न्यूज,वाशिंगटन डीसी। एक तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति दावा कर रहे हैं कि इजराइल और ईरान के बीच समझौता हो जाएगा। वहीं इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को फाक्स न्यूज को दिये इंटरव्यूह में कहा कि ईरान की इस्लामिक सरकार ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मारने की दो बार कोशिश की थी। वे हर हाल में ट्रंप को मारना चाहते हैं। उनके लिए ट्रंप दुश्मन नम्बर एक है।
ट्रंप क्यों निशाने पर
नेतन्याहू के मुताबिक ट्रंप ने कभी ईरान से नर्म समझौते नहीं किए बल्कि उनकी परमाणु महत्वाकांक्षाओं पर सीधी चोट की। उन्होंने कासिम सुलेमानी को मारा और स्पष्ट कर दिया कि ईरान को न्यूक्लियर हथियार बनाने की इजाजत नहीं दी जा सकती। नेतन्याहू ने खुलासा किया कि उनके घर पर भी एक मिसाइल दागी गई थी। जिससे वो खुद भी ईरान के टारगेट पर थे। उन्होंने खुद को ट्रंप का जूनियर पार्टनर बताया, जो ईरान की परमाणु ताकत को रोकने के लिए एकजुट हैं।
परमाणु बम बनाने की राह आसान हो
उन्होंने आगे कहा, “ट्रम्प एक मजबूत और निर्णायक लीडर हैं। उन्होंने कभी कमजोरी के साथ ईरान से समझौता करने की राह नहीं चुनी, जिससे ईरान को यूरेनियम संवर्धन का रास्ता मिले और परमाणु बम बनाने की राह आसान हो। ट्रम्प ने उस नकली समझौते को फाड़ दिया और कासिम सुलेमानी को मरवा दिया। उन्होंने साफ कहा कि ईरान को परमाणु हथियार नहीं बनाने दिए जाएंगे। उनकी इस सख्ती की वजह से वो ईरान के लिए सबसे बड़े दुश्मन बन गए हैं।”
घर की खिड़की पर मिसाइल हमला

ईरान और इजराइल के बीच चौथे दिन भी लड़ाई जारी है। इजराइल ने रविवार रात ईरान के विदेश मंत्रालय पर हमला किया। इसमें 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इससे एक दिन पहले इजराइली सेना ने ईरानी रक्षा मंत्रालय पर भी हमला किया था।ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजराइली हमलों में अब तक 224 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 1,277 से ज्यादा घायल हुए हैं। वहीं, अमेरिका में स्थित ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स ग्रुप ने ईरान में 406 लोगों के मारे जाने का दावा किया है।