
IN the assembly ,mla munjare described the death of a tiger in sonwani as a murder
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट(ब्यूरो)। सोनेवानी कंजर्वेशन रिजर्व में वर्षा के दौरान बाढ़ में बहकर आई मृत बाघिन के शव को डिप्टी रेंजर वनपाल टीकाराम हनोते और वनरक्षक बीटगार्ड हिमांशु घोरमारे के कहने पर छह सुरक्षा श्रमिकों ने मिलकर बिना प्रोटोकाल के ही जला दिया। वॉट्सऐप पर मृत बाघ की फोटो सामने आने के बाद यह मामला उजागर हुआ था। विधायक अनुभा मुंजारे ने विधानसभा में इस मामले को उठाते हुए बाघ की मौत को हत्या बताया है। उन्होंने डीएफओ अधर गुप्ता पर कार्रवाई की मांग की है।
वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो को लिखा पत्र
इस बीच, वन्यजीव प्रेमी अभय कोचर ने एसटीएसएफ की जांच पर सवाल उठाए हैं। इन्होंने 9 अगस्त को वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (डब्ल्युसीसीबी) के अतिरिक्त निदेशक को पत्र लिखकर जांच की मांग की है। इन्होंने आरोप लगाया है कि पिछले 15 महीनों में सोनेवानी अभ्यारण्य क्षेत्र में एक तेंदुए और एक बाघ के शव को भी इसी तरह ठिकाने लगा दिया गया था।पहले इस मामले को छिपाने के लिए एसआईटी का गठन किया गया और अब वन विभाग की अधीनस्थ संस्था एसटीएसएफ जांच कर रही है।आरोप है कि 15 माह के भीतर इसके अलावा एक तेंदुआ व बाघ के शव को इसी तरह बिना पोस्टमार्टम किए ठिकाने लगाया गया है, जो की गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। डीएफओ रेंजर कालेज बालाघाट और शहडोल में पदस्थापना के दौरान भी विवादों में रहे है। जिन पर छह से अधिक विभागीय जांच लंबित है। अभय कोचर ने बताया कि इस मामले को छिपाने के लिए अधिनस्थ संस्था टाइगर स्टाइक फोर्स को सौंपी है। यह संस्था अपने उच्च अधिकारी को बचाने, साक्ष्य मिटाने व जांच की दिशा को भ्रमित करने का कार्य करेगी।
वनरक्षक हिमांशु घोरमारे अभी भी फरार
2 अगस्त को वॉट्सऐप पर मृत बाघ की फोटो आने के बाद मामला सामने आया था। वन विभाग की टीम ने जल्दबाजी में 8 आरोपियों के खिलाफ वन अपराध दर्ज किया। इनमें से 6 वन सुरक्षा श्रमिक चौकीदारों को गिरफ्तार किया गया है। डिप्टी रेंजर टीकाराम हनोते और वनरक्षक हिमांशु घोरमारे अभी भी फरार हैं।
इनका कहना हैं
दोनों वन कर्मचारी को दो दिन के भीतर कार्यालय में उपस्थित होने एक नोटिस जारी किया गया था, इसके बाद भी वे कार्यालय में नहीं आए। स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स जबलपुर की टीम मामले में जांच कर रही है। जिसके चलते डिप्टी व वनरक्षक को सोमवार तक हाजिर होने के निर्देश दिए गए हैं। यदि इसके बाद भी नहीं पहुंचते है तो चार्ज शीट जारी कर सेवा समाप्ति की कार्रवाई शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि मुख्य वन संरक्षक भोपाल ने मामले में उनसे स्पष्टीकरण मांगा था, जिसका जवाब प्रस्तुत कर दिया गया है।
अधर गुप्ता, डीएफओ बालाघाट