
IG arif sheikh to get 20 lakh rupees a month from mahadev app
रायपुर। सीबीआई के छापे से अधिकारी और विपक्ष सन्न है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,कांग्रेस विधायक और पांच आईपीएस अधिकारियों के यहां छापे से प्रदेश में हलचल है। वैसे सियासी जानकारों को कहना है कि बीजेपी सरकार हर हाल में भूपेश बघेल को जेल में डालना चाहती है केजरीवाल की तरह। सीडी सेक्स कांड में सीबीआई के आरोप से भूपेश बघेल बरी हो गए लेकिन महादेव एप,शराब घोटाला और कोल घोटाला ऐसे मुद्दे हैं, जिनमें भूपेश बघेल को ईडी और सीबीआई फासने की पूरी जतन करेगी। सीबीआई ने 17 ठिकानों में रेड डाली है। लेकिन इन सबमें सबसे अधिक चर्चा तत्कालीन आई जी आरिफ शेख की है। उन पर आरोप है कि माहादेव एप् के संचालकों से उन्हें हर महीने बीस लाख रुपए मिलते थे। एएसपी संजय और दो सिपाही नकुल,सहदेव के घर भी टीम ने दबिश दी है। रायपुर, दुर्ग और भिलाई में 10 से अधिक टीमें कार्रवाई कर रही है।
20 लाख रुपये हर महीने दिए जाते थे
महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप मामले पूर्व सीएम भूपेश बघेल के आवास समेत उनके करीबी आईपीएस अधिकारी के आवास पर सीबीआई की रेड जारी है । तत्कालीन रायपुर आईजी आरिफ शेख के आवास पर सीबीआई दस्तावेज खंगाल रही है । आरिफ शेख पर आरोप है उन्हें भी महादेव ऐप संचालकों द्वारा 20 लाख रुपये हर महीने दिए जाते थे । आरिफ शेख 8 जिलों के एसपी रह चुके हैं । एसपी के पद पर रहते हुए उन्होंने आमचो बस्तर में आमचो पुलिस अभियान शुरू किया और रायपुर में 16000 हेलमेट वितरित किए हैं, लेकिन आज सीबीआई ने महादेव सट्टा ऐप मामले में शेख के घर छापा मारा है।
आरिफ शेख 2005 बैच हैं IPS
आरिफ शेख 2005 बैच के छत्तीसगढ़ कैंडर के आईपीएस अधिकारी हैं । उनका जन्म 30 मार्च,1980 को महाराष्ट्र में हुआ था। शेख अपनी शुरुआती शिक्षा मुंबई के सेंट लॉरेंस हाई स्कूल से की । इसके बाद उन्होंने 11वीं और 12 वीं की पढ़ाई पूणे से की. पढ़ाई पूरी करने के बाद आरिफ शेख ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की और साल 2005 में आईएस अधिकारी पहुंचे । उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 94 हासिल की थी. IPS के पद चयन होने के बाद आरिफ शेख को पहले मणिपुर कैडर मिला, लेकिन बाद में वो छत्तीसगढ़ कैडर में आ गए।
कई अवॉर्ड से नवाजे जा चुके हैं आरिफ
आरिफ शेख 8 जिलों के एसपी रह चुके हैं, जिसमें रायपुर, बलौदाबाजार, बिलासपुर, बस्तर और कांकेर शामिल है । एसपी के पद पर रहते हुए उन्होंने आमचो बस्तर में आमचो पुलिस अभियान शुरू किया और रायपुर में 16000 हेलमेट वितरित किए । आरिख शेख को सामुदायिक पुलिसिंग में कई अवॉर्ड मिले हैं. उन्हें आईएसीपी और FICCI स्मार्ट पुलिसिंग अवॉर्ड से नवाजे गए।
ऑनलाइन सट्टा ऐप
छत्तीसगढ़ के रहने वाले 3 साधारण युवकों सौरभ चंद्राकर, अतुल अग्रवाल और रवि उप्पल ने साल 2016 में महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप को लॉन्च किया था. शुरुआत में इस ऐप पर ऑनलाइन सट्टेबाजी होती थी, जिस पर क्रिकेट, फुटबॉल, बैडमिंटन, टेनिस, खेलों, पोकर, तीन पत्ती, वर्चुअल गेम पर सट्टेबाजी होती थी । इसके अलावा चुनाव को लेकर भी भविष्यवाणी पर दांव लगाया जाता था । बाद में यह ऐप जुआ गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कुख्यात हो गया। बता दें कि महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप मुख्य रूप से दुबई से चलाया जाता था और मनी लॉन्ड्रिंग और प्रभावशाली व्यक्तियों
के संबंधों से फलता-फूलता रहा।
इन अधिकारियों के ठिकानों पर CBI का छापा
महादेव ऐप मामले की जांच की आंच अब छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर तक पहुंच गई है. ईडी के बाद आज सीबीआई की टीम ने बघेल, कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव, शेख आरिफ समेत कई अधिकारियों के 17 ठिकानों पर छापा । पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा सहित 4 आईपीएस अधिकारियों शेख आरिफ, आनंद छाबड़ा, अभिषेक पल्लव, अभिषेक महेश्वरी, के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई है । इसके अलावा एडिशनल एसपी संजय ध्रुव और आईपीएस प्रशांत अग्रवाल के ठिकानों पर भी CBI ने दबिश दी है।
भूपेश बघेल के घर के बाहर मौजूद समर्थक कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। इस दौरान पुलिस से उनकी झड़प हो गई।
भूपेश के घर के बाहर पुलिस से भिड़े समर्थक
पूर्व सीएम के भिलाई-3 पदुम नगर स्थित घर, विधायक देवेंद्र यादव के सेक्टर 5 स्थित घर, IPS अभिषेक पल्लव के सेक्टर 9 स्थित निवास और उनके समय में महादेव सट्टा चलाने वाले सिपाही नकुल और सहदेव के नेहरू नगर स्थित घर पर दस्तावेजों की जांच जारी है।भूपेश के घर के बाहर बड़ी संख्या में मौजूद समर्थक कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। इस दौरान पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हो गई।
भिलाई विधायक देवेंद्र यादव की मां ने सीबीआई की टीम को कार्रवाई करने से रोक रखा था।
देवेंद्र यादव दिल्ली में, मां ने किया विरोध
भिलाई में देवेंद्र यादव की मां ने सीबीआई की कार्रवाई का विरोध किया। उन्होंने करीब घंटे भर टीम को घर के अंदर जाने नहीं दिया। टीम ने विधायक की मां को समझाइश दी, जिसके बाद कार्रवाई जारी है। बता दें कि देवेंद्र यादव शहर से बाहर दिल्ली गए हुए हैं।