
If is already decided who will get how many seats, then election in bihar are not necessary
राष्ट्रमत न्यूज पटना(ब्यूरो)। बिहार विधानसभा चुनाव का राजद सहित महागठबंधन बायकाट कर सकती है। इस संबंध में तेजस्वी यादव ने बड़ा इशारा कर दिया है। उन्होंने कहा जब सबकुछ पहले से तय है तो चुनाव में किसे कितनी सीट मिलेगी तो चुनाव लड़ने का कोई फायदा नहीं है। 55 लाख वोटरों के नाम काट दिये गए।यह कहकर कि नेपाल और बांगलादेश के लोगों के नाम वोटर लिस्ट में है।
दे दो बीजेपी को एक्सटेंशन
तेजस्वी ने कहा कि चुनाव के बायकाटपर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि चर्चा के बाद पता करेंगे कि जनता क्या चाहती है और बाकी पार्टियां क्या चाहती हैं। तेजस्वी ने कहा कि जब चुनाव इमानदारी से करवाया ही नहीं जा रहा तो चुनाव ही क्यों करवा रहे हैं। दे दो बीजेपी का ेएक्सटेंशन। उन्होंने कहा कि चुनाव का प्रेमाइज हो चुका है।बता दें कि बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर विपक्ष द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है। आज जिस तरह तेजस्वी यादव ने चुनाव के बायकाट की बात कही है, उसके बाद अब राज्य में चुनावी माहौल और गरम होने के आसार हैं।
हम क्या कर सकते हैं
बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना में बुधवार शाम कहा- विपक्ष विधानसभा चुनाव का बायकॉट कर सकता है। इसको लेकर महागठबंधन की सभी पार्टियों के बीच विचार करेंगे।यह जानने की कोशिश करेंगे कि जनता क्या चाहती है। वोटर के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के नाम पर जब बेईमानी से ही सब तैयार कर लिया गया है तो इस पर देखा जाएगा, हम क्या कर सकते हैं।
चौंकाने वाले तथ्य सामने आए
चुनाव आयोग द्वारा बिहार में चल रहे विशेष सघन पुनरीक्षण के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। आयोग के अनुसार, 7 लाख 50 हजार से भी अधिक लोगों ने एक से ज्यादा जगहों पर पहले से अपनी वोटर ID बनवा रखी है।वहीं पुनरीक्षण के दौरान अब तक 52 लाख 30 हजार से भी अधिक लोग अपने पते पर नहीं पाए गए है, जिनका नाम वोटर ID से कट सकता है।
वोटर लिस्ट में नेपाल-बांग्लादेश के लोग
बिहार में वोटर लिस्ट वैरिफिकेशन का काम जारी है। इस दौरान चुनाव आयोग (EC) के अधिकारियों का दावा है कि बिहार में बड़ी तादाद में विदेशी हैं। EC अफसरों ने न्यूज एजेंसी को बताया, ‘हमने मतदाता सूची पुनरीक्षण के लिए घर-घर जाकर दौरे किए। इस दौरान हमें नेपाल, बांग्लादेश और म्यांमार से आए लोग बड़ी संख्या में मिले हैं।’EC अफसरों के मुताबिक ‘1 अगस्त के बाद ऐसे लोगों की जांच होगी। 30 सितंबर को पब्लिश होने वाली आखिरी मतदाता सूची में अवैध प्रवासियों के नाम शामिल नहीं किए जाएंगे।
सरकार किसकी है, PM किसका है, CM किसका है
तेजस्वी यादव ने कहा कि, विपक्ष सवाल नहीं पूछेगा तो जवाब कौन देगा। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बात बीच में रोक दी गई। हमने तो सबूत भी दिखाया। चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में 700 पन्नों का हलफनामा दिया है, जिसमें कहीं भी विदेशी नागरिकों का जिक्र नहीं है। BJP के बूथ स्तर के लोगों ने भी विदेशी नागरिकों का कोई जिक्र नहीं किया। अगर नाम है भी तो सरकार किसकी है, PM किसका है, CM किसका है ?
55 लाख वोटर्स का नाम काटा गया
तेजस्वी ने कहा कि, आज हमें सदन में बोलने का मौका मिला। हम बता रहे थे कि कैसे बिहार से लोग पलायन कर रहे हैं। चुनाव आयोग का एक आंकड़ा आया है, जिसमें बताया गया कि 55 लाख लोगों का नाम वोटर लिस्ट से काटा गया है।सब जानते हैं कि CM की स्थिति अब सरकार चलाने लायक नहीं रही। सरकार दिल्ली से अमित शाह के इशारे पर चल रही है। पहले वोटर सरकार चुनते थे, अब सरकार में बैठे लोग वोटर चुन रहे हैं। तेजस्वी यादव ने RJD विधायक भाई भाई वीरेंद्र का बचाव भी किया। उन्होंने क्या गलत कहा है ‘किसी के बाप का सदन थोड़ी है’। जब सीएम बोल रहे थे तो हम चुप थे, क्योंकि वो सदन के नेता हैं।