
Honey trapped on the pretext of telling the scheme of soilar plant

मेरठ। ठगी के नायाब तरीके लोग ढूंढ लेते हैं।किसी ने सोचा भी नहीं रहा होगा कि सोलर प्लांट लगाने की स्कीम बताने वाली महिला किसी को हनी ट्रेप में फंसा कर हजारों रुपए लूट सकती है। आर्टिफिशियल इंटलीेजेंस के जरिये न्यूड तस्वीर बना कर पैसा वसूलने लगी। रकम वापस मांगने पर आरोपी ने उसे जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित की शिकायत पर सदर बाजार पुलिस आरोपी युवती को तलाश कर रही है।
युवती ने दोस्ती कर ली
सदर बाजार क्षेत्र निवासी गौरव ने थाने में दी तहरीर में बताया कि कई दिन से उसके व्हाट्सएप नंबर पर अनजान नंबर से कॉल आ रही थी। कई बार उसने अनजान नंबर की वजह से कॉल को नजर अंदाज किया, लेकिन जब लगातार कॉल आने लगी तो उसने बात की। दूसरी तरफ से कोई युवती बात कर रही थी। वह सोलर प्लांट की स्कीम के बारे में समझाने लगी। पीड़ित के मुताबिक पहले उसने स्कीम में कोई रूचि नहीं ली। बाद में युवती ने उससे दोस्ती कर ली।
न्यूड वीडियो और फोटो बना ली
युवती लगातार उससे व्हाट्सएप और वीडियो कॉल पर बात करने लगी। इस दौरान युवती ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मदद से उसकी न्यूड वीडियो और फोटो बना ली। युवती ने उसे ब्लैकमेल करना शुरु कर दिया। रुपये न देने पर वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर बदनाम करने की धमकी देने लगी। युवती के कहने पर पीड़ित ने शुरुआत में दो हजार रुपये अपने भाई के अकांउट से ट्रांसफर किए। इसके बाद भी युवती ने उसके फोटो और वीडियो डिलीट नहीं किए और 10 हजार रुपये मांगने लगी।
रुपये ट्रांसफर कर दिए
पीड़ित ने फिर से अपने भाई के अकाउंट से पहले एक हजार रुपये और फिर पांच हजार रुपये ट्रांसफर किए। रुपये लेकर भी युवती उसे फोटो, वीडियो वायरल करने की लगातार धमकी देती रही। भाई और अपने दोस्तों के अकाउंट से पीड़ित ने आरोपी के बताए अलग-अलग खातों में कुल 32,500 रुपये ट्रांसफर कर दिए। आरोप है कि अभी भी युवती उसे लगातार व्हाट्सएप कॉल कर परेशान कर रही है।
रुपये मांगने पर दिलाती है धमकी
वह जब भी अपने रुपये लौटाने के लिए कहता है तो युवती किसी बदमाश से फोन पर जान से मारने की धमकी दिलवाती है और गाली-गलौज करती है। बदनामी के डर से वह काफी दिन तक पुलिस से शिकायत नहीं कर पाया, लेकिन जब आरोपियों ने लगातार उसे परेशान करना जारी रखा तो पुलिस से शिकायत की। सीओ कैंट संतोष कुमार सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोपियों का पता लगाया जा रहा है। रकम जिन खातों में ट्रांसफर हुई है, उनकी जानकारी भी जुटाई जा रही है।