
Home minister said that cyber experts are not recruited yet,people are suicide-sunil
राष्ट्रमत न्यूज,रायपुर(ब्यूरो)। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन भी सत्ता पक्ष के विधायकों ने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा किया। प्रदेश में बढ़ते साइबर क्राइम पर बीजेपी के 5 विधायक सरकार पर हमलावर रहे। विधायक सुनील ने कहा प्रदेश में 1600 साइबर क्राइम के केस है। लोग सुसाइड कर रहे हैं। गृहमंत्री विजय शर्मा ने मजाकिया अंदाज में कहा कि जब सब खत्म हो जाएगा तो 2047 तक साइबर क्राइम रोकने एक्सपर्ट की भर्ती कर लेंगे कोई टेंशन नहीं है।

विधायक राजेश मूणत ने कहा जब लगातार अधिकारी ट्रेनिंग ले रहे हैं तो फिर ठगी के मामले क्यों नहीं रूक रहे हैं। अब तक 107 करोड़ रुपए की ठगी हुई है।लेकिन सिर्फ 3 करोड़ की ही रिकवरी हुई। इस मामले की निगरानी के लिए आई जी स्तर के अधिकारी की नियुक्ति होनी चाहिए।
स्थिति भयावह है- सुनील
सदन में विधायक सुनील सोनी ने कहा कि प्रदेश में लगातार साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। हजारों लोग ठगी के शिकार हो रहे हैंए लेकिन अब तक साइबर एक्सपर्ट्स की नियुक्ति नहीं हुई। लोग सुसाइड कर रहे हैं। स्थिति भयावह है।सुनील सोनी पूछा कि रायपुर में साइबर थाना होने का दावा है, लेकिन आम जनता को इसकी जानकारी नहीं है। एनसीआरबी और AI दोनों के आंकड़े 16,000 से ज्यादा साइबर अपराध दर्ज होने की पुष्टि करते हैं, फिर भी कार्रवाई नहीं हो रही है।
साइबर अपराध के 1301 प्रकरण
गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि साइबर अपराध के 1301 आपराधिक प्रकरण दर्ज हुए हैं। एआई पर ज्यादा विश्वास नहीं करें। हम सही आंकड़े दे रहे हैं। साइबर थाने की बात नहीं, बल्कि साइबर सेल की बात हर जिले में हुई थी। एनसीआरबी का डेटा 2022 के बाद आया ही नहीं, फिर नई जानकारी कैसी आएगी?
हम सही आंकड़े दे रहे
सुनील सोनी के सवाल पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि साइबर अपराध के 1301 आपराधिक प्रकरण दर्ज हुए हैं। एआई पर ज्यादा विश्वास नहीं करें। हम सही आंकड़े दे रहे हैं। साइबर थाने की बात नहीं, बल्कि साइबर सेल की बात हर जिले में हुई थी। एनसीआरबी का डेटा 2022 के बाद आया ही नहीं, फिर नई जानकारी कैसी आएगी?
सुनील –सवाल: जनवरी 2024 से जून 2025 तक कितने ठगी के आरोपियों को जेल भेजा गया?
गृहमंत्री का जवाब: बैंक संबंधित ठगी में तीन प्रकरण दर्ज हुए हैं, जिनमें सात आरोपियों को जेल भेजा गया है।
विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव लाया
इसके अलावा सदन में छत्तीसगढ़ में बिजली बिल में बढ़ोतरी के खिलाफ विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव लाया था, जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने अस्वीकार्य किया। इस पर नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने आभार जताया। सत्तापक्ष ने मेज थपथपाई। स्थगन प्रस्ताव अस्वीकार्य होने के बाद भी विपक्ष ने नहीं किया हंगामा।इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल और गृहमंत्री विजय शर्मा के विभागों से जुड़े सवाल पूछे गए। इस दौरान पीएम आवास योजना, मनरेगा, बंद पड़ी जांच मशीनें और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को लेकर भी सवाल-जवाब हुए।