
History seater was in a sari blouse in her house
राष्ट्रमत न्यूज,जोधपुर(ब्यूरो)। अपराधी पुलिस से बचने के लिए क्या क्या तरीके अपना सकते हैं,इसका अंदाजा पुलिस भी नहीं लगा सकती। एक हिस्ट्री शीटर चार माह से पुलिस को दे रहा था गच्चा। जब भी पुलिस उसके घर आती,वो इशारों से कहता था कि घर पर नहीं। हिस्ट्री शीटर मंगलसूत्र और साड़ी पहनकर पुलिस को चकमा देते आ रहा था। फिर पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए तरीका अपनाया और वो पकड़ा गया।
दयाशंकर घर पर नहीं है
पुलिसकर्मी जब भी हिस्ट्रीशीटर के घर पहुंचते थे वहां महिला के भेष में छिपा हिस्ट्रीशीटर दयाशंकर ही मिलता था लेकिन पहचान नहीं पाते थे। महिला के भेष में रह रहा हिस्ट्रीशीटर हाथों से इशारा कर बता देता था कि दयाशंकर घर पर नहीं है। पुलिस बार-बार उसके घर जाकर तलाश करती और निराश होकर लौट जाती थी।
पुलिस को इशारों से लौटा देता था
पुलिसवालों को हाल में ही मुखबिर से गुप्त सूचना मिली कि जो महिला इशारों से बार-बार पुलिस को लौटा रही है, वह वास्तव में महिला नहीं बल्कि हिस्ट्रीशीटर दयाशंकर ही है। फिर क्या था..पुलिस वाले बदमाश के घर पहुंचे और घसीटते हुए थाने ले गए। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि पुलिसकर्मी महिला के कपड़े पहने हुए बदमाश को गिरफ्तार कर ले जा रहे हैं।
पुलिस को चकमा देने साड़ी मंगलसूत्र पहना
हिस्ट्रीशीटर दयाशंकर की गुंडागर्दी से हर कोई परेशान था। दयाशंकर लगातार अपराध की वारदात को अंजाम दे रहा था। बदमाश पर मारपीट और लूट के करीब 13 मामले दर्ज हैं। पुलिस ने दयाशंकर को हिस्ट्रीशीटर घोषित किया हुआ था। हिस्ट्रीशीटर दयाशंकर ने पुलिस से बचने के लिए ऐसा जुगाड़ लगाया जिसे जानकर हर कोई हैरान है। वह साड़ी पेटीकोट और ब्लाउज पहन रखा था। पुलिस को चकमा देने के लिए हिस्ट्रीशीटर ने गले में मंगलसूत्र भी पहना हुआ था। दयाशंकर उर्फ बिटटू उम्र 35 साल महिला के भेष में अपने ही घर में छिपा था। पुलिस से बचने की उसकी सारी तरकीब फेल हो गई।
लंबे समय से पुलिस कर रही थी तलाश
जोधपुर पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह और डीसीपी आलोक श्रीवास्तव के निर्देशन में थानाधिकारी अनिल कुमार यादव के टीम बनाई गई। घटना की गंभीरता को देखते सीसीटीवी के आधार पर बदमाश को गिरफ्तार करने की कोशिश किया गया। थाना प्रभारी अनिल यादव ने बताया कि दयाशंकर पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस को लंबे समय से बदमाश की तलाश थी।