
half-open-shutters-were-seen-during-balaghat-bandh
बालाघाट।(ब्यूरो)। पूर्व सांसद कंकर मुंजारे की गिरफ्तारी के खिलाफ मंगलवार को बालाघाट बंद के दौरान दुकानों के खुले अधखुले शटर दिखे। सुबह 9.30 बजे के करीब प्रदर्शनकारी बस स्टैंड से पैदल मार्च करते हुए शहर के मेन.रोड, हनुमान चैक और सर्किट हाउस रोड से अंबेडकर चैक पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने पूर्व सांसद कंकर मुंजारे के समर्थन में नारेबाजी की।
जेल में कंकर का नया साल बीतेगा
किसानों के मुद्दो को लेकर बिते कुछ दिनों से सियासी गरमा गरमी का माहौल है। पूर्व सांसद कंकर मुंजारे 27 दिसंबर को धान खरीदी केंद्र गये थे। जिस शिकायत को लेकर अपने समर्थकों के साथ गए थे उस शिकायत का कोई हल नहीं निकला। लेकिन वहां मारपीट विवाद की स्थिति कर्मचारियों के साथ निर्मित हो गयी। लालबर्रा थाने में पूर्व सांसद कंकर मुंजारे समेत चार लोगों पर अपराध पंजीबद्ध हुआ। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने पूर्व सांसद कंकर मुंजारे को पुलिस ने गिरफ्तार किया। जहां कार्यवाही के बाद आक्रोश बढ़ गया। इधर मुंजारे को एमएलए कोर्ट से भी जमानत नही मिली। जमानत याचिका खारिज कर न्यायालय ने सभी आरोपियों को 10 जनवरी तक न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। जिसके बाद लोधी समाज और उनके समर्थकों में आक्रोश बढ़ गया। बालाघाट बंद का आव्हान किया। बीते 20 दिनों में दूसरी बार बंद प्रदर्शन की झलक देखने मिली थी। इससे पहले 10 दिसंबर को भी सरकार के धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपए देने की मांग को लेकर किसान संगठन ने बंद बुलाया था।
बसों के पहिए थमे रहे
बालाघाट बंद के आव्हान पर बस संचालन पर जिला पंचायत के पूर्व सदस्य उम्मेद लिल्हारे के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने नाराजगी जाहिर की। जहां उन्होंने बस संचालकों को चेताया था। बस स्टैंड से ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित बसों को अगर कोई नुकसान होता है तो हमें मत बोलना। जिसके बाद जिले में संचालित बसों के पहियों पर ब्रेक लगता नजर आया। लेकिन व्यवसायिक प्रतिष्ठानो पर कोई दबाव नजर नही आया। किसी ने बंद का समर्थन दिया तो किसी ने पुलिस सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम देखकर अपने अपने प्रतिष्ठान खोल दिये। जिसके चलते बंद का मिलाजुला असर रहा।
कंकर के खिलाफ फर्जी है मामला
पूर्व जिला पंचायत सदस्य उम्मेद लिल्हारे ने कहा कि कंकर मुंजारे जी के खिलाफ फर्जी मामला बनाकर उनको गिरफ्तार करने के खिलाफ बालाघाट बंद का आह्वान किया गया था। पूर्व सांसद कंकर मुंजारे जिले में सैकड़ों करोड़ रुपए का धान घोटाला, जो मिलर्स सोसायटी प्रबंधक और सरकारी संस्थाओं के माध्यम से किसानों को लूटकर किया जा रहा था। उसके खिलाफ ही वे आवाज उठा रहे थे। जिन पर फर्जी मामले दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।