
Girish gautams son refuses to become bjp district vice president
राष्ट्रमत न्यूज,रीवा(ब्यूरो)। बीजेपी की जिला कार्यकारिणियों की घोषणा शुरू हो गई है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और देवतालाब विधायक गिरीश गौतम के बेटे राहुल गौतम को मऊगंज में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष बनाए गया है।लेकिन वो इस पद को छोड़ने की पेशकश किये हैं। बीजेपी जिलाध्यक्ष डाॅ.राजेन्द्र मिश्रा ने आठ उपाध्यक्ष बनाए हैं। जिसमें राहुल गौतम का नाम सबसे ऊपर है। उनका कहना है कि मैं इससे पहले संगठन की जवाबदारी निभा चुका हॅूं इसलिए किसी और कार्यकर्ता को यह पद दिया जाए। माना जा रहा है कि राहुल गौतम अध्यक्ष बनना चाहते थे,लेकिन उन्हें नहीं बनाया गया है।इसलिए वो इस पद को छोड़ रहे हैं।
किसी और को पद दिया जाए
राहुल गौतम ने आगे लिखा- मैं इसके पहले भी संगठन में जिम्मेदारियों का निर्वहन कर चुका हूं। इस कारण इस जिम्मेदारी को किसी अन्य कार्यकर्ता को दिए जाने की आवश्यकता है। आपसे आग्रह है कि मुझे इस पद के लिए मेरे नियुक्ति आदेश को वापस करते हुए किसी भी अन्य कार्यकर्ता को जिम्मेदारी देने की कृपा करें।राहुल गौतम ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा कि भाजपा जिला मऊगंज की जिला कार्यकारिणी की घोषणा की गई है। मुझे उपाध्यक्ष का दायित्व दिया गया है।पार्टी ने मुझ पर संगठन की जिम्मेदारियों के निर्वहन कर पाने का विश्वास किया है। इसके लिए आपको, संगठन मंत्री हितानंद शर्मा, संगठन प्रभारी रणवीर रावत और मऊगंज जिला अध्यक्ष राजेंद्र मिश्रा का हृदय से धन्यवाद करता हूं। इस विश्वास के लिए हमेशा आभारी रहूंगा।
सबसे ऊपर राहुल का नाम
मऊगंज के बीजेपी जिलाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र मिश्रा ने रविवार 31 अगस्त को मऊगंज की जिला कार्यकारिणी की घोषणा की है। इस टीम में 8 उपाध्यक्ष बनाए गए। टीम में सबसे पहला नाम राहुल गौतम का ही लिखा है। तीन महामंत्री, 7 मंत्री, एक-एक कोषाध्यक्ष, सह कोषाध्यक्ष, कार्यालय मंत्री, मीडिया प्रभारी, सह प्रभारी, सोशल मीडिया जिला संयोजक और आईटी सेल के जिला संयोजक घोषित किए हैं।
अवसर एक साथ मिलना संभव नहीं
राहुल ने अपने पत्र में आगे लिखा- हजारों कार्यकर्ता मिलकर संगठन को मजबूती प्रदान करते हैं। विधान सभा में प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने के लिए समर्पण भाव से निस्वार्थ कार्य करते हैं। उन्हीं में से एक मैं भी अपने आप को मानता हूं। चूंकि, संगठन में पदों की संख्या निश्चित है इस कारण सभी को अवसर एक साथ मिलना संभव नहीं हो सकता।