
Geeta bhawan will be built in all civic bodies
भोपाल।(ब्यूरो)। मध्यप्रदेश सरकार ने सभी413 नगरीय निकायों में गीता भवन बनाने का फैसला किया है। इसकी शुरूआत 11 दिसम्बर को गीता जयंती के अवसर पर की जाएगी। नगरीय विकास और विकास विभाग ने इन गीता भवनों के निर्माण में 2875 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रस्ताव तैयार किया है। सभी निकाय क्षेत्रों में यह भवन तीन सालों में बनाए जाएंगे।
गीता जयंती के दिन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 11 दिसंबर को गीता जयंती के दिन से प्रदेश में जन कल्याण पर्व मनाने का फैसला किया है। मोहन सरकार के एक साल पूरे होने पर मनाए जा रहे पर्व के पहले दिन प्रदेश के उन जिलों में गीता भवन बनाने का काम शुरू कराया जा सकता है जिन नगरीय निकायों के पास इसके लिए पहले से भूमि उपलब्ध है या फिर निकाय के पास पहले से भवन है जिसमें बदलाव कर गीता भवन का रूप दिया जा सकेगा।
ऑडिटोरियम और पार्किंग की व्यवस्था
नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि गीता भवन केंद्रों को आत्म-निर्भर बनाने के लिए नगरीय निकाय समुचित स्थान पर व्यावसायिक उपयोग कर सकेंगे। जिन नगरीय निकायों में पूर्व से भवन हैं, उनका विस्तार कर गीता भवन के रूप में उपयोग किया जा सकेगा। नगरीय निकायों में बनाये जाने वाले गीता भवनों में ऑडिटोरियम का भी प्रावधान रखा है।
‘सुराज’ योजना की भूमि पर भी गीता भवन
इन ऑडिटोरियम में नगरीय निकायों की आबादी के मान से सभागार की बैठक क्षमता निर्धारित रहेगी। गीता भवन में चार पहिया और दो पहिया की सुलभ पार्किंग व्यवस्था का भी प्रावधान रखा गया है। गीता भवन का निर्माण ऐसे स्थान पर किया जाएगा, जहां नागरिकों की पहुंच आसान हो। नगरीय निकाय ‘सुराज’ योजना की भूमि पर भी गीता भवन बना सकेंगे।
इस क्राइटेरिया पर तैयार होंगे गीता भवन
- 5 लाख से अधिक जनसंख्या वाले 5 नगर निगमों में 1500 बैठक क्षमता वाले भवन बनेंगे।
- 5 लाख से कम जनसंख्या वाले नगर निगमों में एक हजार बैठक क्षमता वाले एक-एक गीता भवन तैयार होंगे।
- 99 नगरपालिका व 298 नगर परिषद क्षेत्र में 500 और 250 बैठक क्षमता के एक-एक गीता भवन तैयार होंगे।