
Gave a betel nut worth rs 3 lakh so that i did not have to pay the money
बालाघाट।(ब्यूरो)। रुपया न देना पड़े इसलिए क्रिप्टो में पैसा लगाने वाले के नाम तीन लाख की सुपारी दे दिया। यह काम किया मृतक दयानंद के गांव का भागर्व सिहोरे ने। दयानंद ने क्रिप्टों में बहुत पैसा लगा दिया था। उसे दोहरा लाभ भी हुआ था। मृतक दयानंद अपना पैसा भागर्व सिहोरे से मांगने लगा तो उसका इरादा बदल गया। उसे पैसा न देना पड़े, इसलिए उसे तरह तरह के बहाने बनाने लगा। अंत में दयानंद के नाम पर भागर्व सिहोरे ने तीन लाख रुपए की सुपारी दे दिया। उसकी हत्या को संदिग्ध बनाने की पूरी कोशिश किया हत्यारों ने। ताकि पुलिस उसकी पड़ताल न कर सके। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। हत्यारे पकड़े गए। दो लोग फरार हैं।
हत्या की पटकथा भागर्व ने लिखी
रहस्यम हत्या की पूरी पटकथा भागर्व सिहोरे ने रची। लेकिन उसके अपराध का तरीका इतना सुनियोजित नहीं था कि उस तक पुलिस न पहुंच सके। भरवेली थाना के तहत ग्राम रट्टा भानपुर के पास जंगल में संदिग्ध अवस्था मे पहाड़ी किनारे 29 दिसम्बर 2025 को पुलिस को महिन्द्रा जायलो गाड़ी में एक लाश होने की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची। लाश को देखने पर पुलिस ने यह आकलन किया कि मृतक की लाश तीन- चार दिन पुरानी है। मृतक की पहचान दयानंद नगपुरे उम्र 22 वर्ष गा्रम चिखला का निवासी के रूप में की गयी।
सीसीटीवी फूटेज से पकड़े गए हत्यारे
संदिगध अवस्था में लाश मिलने पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। रिपोर्ट आने पर पता चला कि मृतक की हत्या गला दाबकर की गयी है। पुलिस ने अपराध क्रमांक 328 के तहत धारा 103(1) 238 (ए) के तहत मामला पंजीबद्ध कर मामले की जांच शुरू की। इस अंधी हत्या की तह तक पहुंचने के लिए सात लोगों की टीम गठित कर पुलिस ने सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरे का फूटेज देखा।
हत्या इसलिए हुआ दयानंद का
सीसीटीवी की मदद से पुलिस ने हत्यारों तक पहुंची। पुलिस ने गांव से भागर्व सिहोरे का उठा कर थाने ले आयी। उससे पूछताछ की गयी। पहले पुलिस को गुमराह करने की कोशिश किया। लेकिन पुलिस जब उससे अपने तरीके से पूछताछ की तो वह टूट गया। और उसने पुलिस को हत्या की वजह और हत्या के लिए क्या किया, सारी बात बता दिया। उसने पुलिस को बताया कि मृतक दयानंद नगपुरे क्रिप्टो में बहुत पैसा लगा दिया था। उसे दोहरा लाभ हुआ। लेकिन उसे पैसा न देना पड़े इसलिए उस घुमाता रहा। लेकिन वो पीछे ही पड़ गया कि उसे पैसा चाहिए। वो गाड़ी खरीदना चाहता है। जबकि उसके पास पहले से ही दो गाड़ियां थी। मैं उसे पैसा नहीं देना चाहता था। मेरी नियत डोल गयी। और मैं उसे रास्ते से हटाने के लिए तीन लाख रुपए में सुपारी दे दिया। अपने साथियों के साथ मिलकर उसका मर्डर कर दिया। और उसका शव भानपुर के जंगल में उसकी कार सहित वहीं छोड़ दिया।
मृतक दयानंद और उसकी कार
पैसे के लालच में हत्या हुआ
मृतक दयानंद को गाड़ी का शौकीन था। वह ट्रेवल्स का बिजनेस करना चाहता था। इसलिए गाड़ी खरीदना चाहता था। मृतक के पास जायलो और इनोवा कार पहले से ही थी। गांव के भागर्व सिहोरे ने उसे लालच दिया कि क्रिप्टो में पैसा लगाने से दोगुना हो जाएगा। और वह भागर्व के झांसे में आ गया। गांव के कुछ लोगों से पैसा लेकर क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग करने वाले भागर्व को दिया। उसे उम्मीद से अधिक लाभ भी हुआ। और अचानक भागर्व सिहोरे की नियत बदल गयी। दयानंद को सिहोरे ने कहा करेंसी एक्सचेंज में कुछ दिक्कतेें आ रही है। इसलिए अभी तत्काल पैसा नहीं मिल रहा है। लेकिन मिल जाएगा। पैसा तुम्हारा कहीं नहीं जाएगा। जबकि सच्चाई यह थी कि भागर्व सिहोरे मन ही मन दयानंद को रास्ते से हटाने की योजना बनाने लगा था।वहीं दयानंद लगातार अपना पैसा लेने के लिए भागर्व पर दबाव बना रहा था।
तीन लाख की सुपारी दी
एक दिन भागर्व सिहोरे ने दयानंद को रास्ते हटाने के लिए तीन लाख रुपए की सुपारी उसने दे दी। आरोपी भागर्व स्वयं और उसका दोस्त जैकी उर्फ नीलेश तथा दो अन्य लड़के दयानंद की हत्या में शामिल हो गए। इसके लिए योजना अनुसार दयानंद को भागर्व ने क्रिप्टो में मुनाफे की राशि उसे ग्राम खुटिया में देने को कहा। वह भागर्व के साथ चल दिया। जहां पहले से नीलेश और शंकर नगपुरे,कृष्णा रनगिरे उसका इंतजार कर रहे थे। तीनों हत्यारे दयानंद की जायलो गाड़ी में बैठ गए। मौका पाकर पीछे बैठे भागर्व और जैकी ने दयानंद के गले में तार डालकर उसका गला कस दिया। मृतक जब छटपटाने लगा तो कृष्णा और शंकर उसके हाथ पैर पकड़ लिये। कुछ देर में दयानंद की मौत हो गयी।
लाश गाड़ी में ही रहने दिया
शातिर हत्यारे दयानंद की मौत के बाद उसकी लाश को गाड़ी में रहने दिया। और उसे इधर से उधर घुमाते रहे। लामता तक ले गए। यह सोचकर कि पुलिस यदि ट्रेस करेगी तो उसे सही जानकारी नहीं मिलेगी। बाद में गाड़ी जंगल लाकर छिपा दी। आरोपियों ने साक्ष्य मिटाने के लिए जायलो कार की स्क्रीन और मोबाइल फोन को जला दिया। लेकिन अपराधी भूल गए कि वो जिस जिस रास्ते जायलो कार को ले गए हैं। उन रास्तों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। पुलिस उसके आधार पर हत्यारों तक पहुंची।
दो अब भी फरार
हत्यारा मास्टर माइंड 19 वर्षीय भागर्व सिहोरे निवासी गा्रम चिखला,निलेश उर्फ जैकी सुलाखे उम्र 21 साल निवासी ग्राम घापेवाड़ा,शंकर नगपुरे उम्र 22 साल निवासी आवलाझी और कृष्णा रनगिरे उम्र 23 साल कुम्हरी निवासी को पुलिस ने गिरफ्तार किया पुलिस ने हत्यारों के कब्जे से मृतक का आई फोन जला हुआ जायलो कार का टेप रिकार्डर जली हुई जायलो कार की चाबी भी बरामद की है। इस हत्याकांड में शामिल दो लोग अभी फरार हैं।