
Garra panchayat closed yesterday after not caught attacking saepanch
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट(ब्यूरो)। बालाघाट में गर्रा पंचायत के सरपंच वैभव बिसेन पर हमला करने वाले यदि नहीं पकड़े गए तो गर्रा पंचायत कल बंद करने की घोषणा की गयी है। सरपंच संघ ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है।देखा जाए तो सरपंच का मामला अब राजनीतिक रंग ले लिया है। इसलिए बालाघाट में सरपंच संघ अध्यक्ष और गर्रा पंचायत सरपंच वैभवसिंह बिसेन पर हमले का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गुरुवार को जिला पंचायत अध्यक्ष सम्राटसिंह सरस्वार की मौजूदगी में सरपंच संघ प्रतिनिधियों ने बैठक की। इस बैठक में आरोपियों पर संगठित अपराध की धाराओं के तहत केस दर्ज करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। साथ ही 1 अगस्त को गर्रा पंचायत को बंद करने का ऐलान किया गया।
हमलावर दो वाहनों से सरपंच के घर पहुंचे
घटना 29 जुलाई की है जब सरपंच वैभवसिंह बिसेन ने पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीणों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर पंचायत की आबादी में बने भवन और शराब दुकान के अतिक्रमण को हटाने के हाईकोर्ट के आदेश के पालन के लिए आवेदन सौंपा था। उसी दिन रात में आधा दर्जन से अधिक हमलावर दो वाहनों से सरपंच के घर पहुंचे थे।वैभवसिंह बिसेन ने बताया कि उन्होंने पंचायत की आबादी भूमि पर चल रही शराब दुकान और एक अन्य मकान के अतिक्रमण का मामला हाईकोर्ट में दायर किया था। वह इस मुद्दे पर तीन साल से कानूनी लड़ाई लड़ रहे है।
आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज
सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि कुछ लोग वाहनों से आकर घर के परिसर में प्रवेश करते हैं। इसके बाद वे वापस लौट जाते हैं। कोतवाली पुलिस ने धर्मेंद्र उर्फ राजू मिश्रा समेत आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।सरपंच की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपी धर्मेन्द्र उर्फ राजू मिश्रा सहित अन्य आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के साथ इस तरह की घटना पर पंचायत प्रतिनिधियों में नाराजगी का माहौल है।
आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
जिला पंचायत अध्यक्ष सम्राटसिंह सरस्वार ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि जिले में इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाना है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटना आमजन की सुरक्षा और शांति के लिए खतरा है। इस पर कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है।उन्होंने बताया कि मामले में एसपी से चर्चा हुई है और उन्होंने भरोसा दिलाया है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जल्द की जाएगी। अगर कार्रवाई नहीं होती है तो पंचायत प्रतिनिधि एकजुट होकर भविष्य में कोई बड़ा निर्णय लेंगे।अभी सिर्फ1 अगस्त को गर्रा पंचायत को बंद करने का ऐलान किया गया।
दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया
वैभवसिंह बिसेन ने बताया कि उन्होंने पंचायत की आबादी भूमि पर चल रही शराब दुकान और एक अन्य मकान के अतिक्रमण का मामला हाईकोर्ट में दायर किया था। वह इस मुद्दे पर तीन साल से कानूनी लड़ाई लड़ रहे है।पंचायत की जनता चाहती है कि गांव से शराब दुकान हटाई जाए। साथ ही, अतिक्रमण भी खत्म किया जाए। हाईकोर्ट ने प्रशासन को 90 दिनों के भीतर अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं।बिसेन का आरोप है कि इसी कारण रात में लोग उनके घर में घुसे थे। उन्होंने अश्लील गालियां दीं और दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया। लेकिन असफल रहने पर वापस चले गए।