
Forgery of creator officers sold the charnoyi land of 200 crores- congress
राष्ट्रमत न्यूज रीवा(ब्यूरो)। मध्यप्रदेश में अब चरनोई भूमि भी सुरक्षित नहीं है। पटवारी, तहसीलदार और नायब तहसीलदार कूच रचना करके चरनोई भूमि को बेचने का धंधा शुरू कर दिया है। और यह काम शहडोल संभाग के व्यवहारी के खड़हुली गांव में किया गया है। जबकि शहडोल के प्रभारी मंत्री डिप्टी सी.एम राजेन्द्र शुक्ला है। वो पहले से ही रीवा में सरकारी जमीन बेचने के बड़े खिलाड़ी के रूप में जाने जाते हैं। दो सौ करोड़ रुपए की जमीन खुर्द बुर्द कर दी गयी। इसकी शिकायत सोमवार को ईओडब्लयू रीवा के एसपी को जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और नेता कुंवर सिंह पटेल और प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विनोद शर्मा ने की। और एस पी से कर्रवाई की मांग की।
कूट रचना के नायाब खिलाड़ी
खसरे के दस्तावेज में कूट रचना कर चरनोई शब्द का विलोपित करने का काम व्यवहारी के एक गांव खड़हुली में किया गया। तत्कालीन नायब तहसीलदार अमित मिश्रा,भुवनेश्वर ंिसंह तहसीलदार व्यवहारी ने सारे नियमों को ताक पर रखकर चरनोई भूमि में चरनोई को विलोपित कर उसे अपने नात रिश्तेदारों के नाम किया और फिर वो सब उसे विक्रय कर दिये। जाहिर सी बात है कि कूच रचना करके सरकारी जमीन अपने लोगों के नाम किया और फिर बेचा गया।
इनके नाम पहले जमीन की
नेता द्वय का कहना है कि तत्कालीन तहसीलदार भुनेश्वर सिंह, नायब तहसीलदार अमित मिश्रा और वर्तमान पटवारी राजेंद्र द्विवेदी ने अपनी पत्नी छाया शुक्ला माता मांडवी द्विवेदी एवं रिश्तेदार दिवाकर तिवारी के नाम कूट रचित दस्तावेज तैयार करके इनके नाम पहले चरनोई की जमीन किया। इसी प्रकार पटवारी हल्का छतैनी तहसील जयसिंहनगर के पटवारी प्रदीप तिवारी की पत्नी लक्ष्मी रेशमा तिवारी भाई संदीप तिवारी माता पूर्णिमा तिवारी और रिश्तेदार दिवाकर सिंह तिवारी, भाभी राजललि द्विवेदी के नाम फर्जी विक्रय पत्र तैयार किया गया। फिर इसके बाद सभी ने जमीन दूसरे को बेचा।
नियमों का तियां पांचा निकला
नेता द्वय ने कहा इतना बड़ा आर्थिक अपराध खड़हाली के वर्तमान हल्का पटवारी राजेंद्र द्विवेदी एवं पटवारी प्रदीप तिवारी दोनों छतैनी में पदस्थ हैं, तत्कालीन नायब तहसीलदार अमित मिश्रा, भुवनेश्वर सिंह तहसीलदार व्यवहारी एवं अनुविभागीय अधिकारी नरेंद्र सिंह धुर्वे तथा जिला कलेक्टर वंदना बेद्य आईएएस की सहमति से ग्राम खंडहुली की लगभग 20 किता आराजिया जो पूर्व में गैर हकदार चरनोई एवं मध्य प्रदेश शासन रिकार्ड में दर्ज थी, उसे खुद बुर्द किया गया। जबकि खसरे में दर्जगी को हटाने का हक अनुविभागीय अधिकारी के अलावा किसी को नहीं। नायब तहसीलदार अमित मिश्रा वर्तमान में सिंगरौली तहसील सरई में पदस्थ हैं।
गैर शब्द विलोपित किया गया
कूट रचना के लिए अधिकारियों ने सारे नियम कायदे का कचूमर निकाल दिया। तीन अगस्त 2023 के आधार पर उक्त सभी भूमियों में गैर हकदार शब्द विलोपित किया गया। जिस जमीन पर खेल हुआ है उसकी अराजी नम्बर है 203 के बटा नंबर 203/1/2,203/2/2,203/2/3,203/2/