
Five new face congress does not get the post of deputy CM
रांची।(रश्मि शर्मा)। हेमंत सोरेन ने सरकार बनाने के लिए राज्यपाल को पत्र दे दिया है। इसी के साथ किसे मंत्रिमंडल में लेना है इसकी कवायद शुरू हो गयी है। मंत्रिमंडल में महिलाओं की संख्या बढ़ने की संभावना है। साथ ही कांग्रेस को डिप्टी सीएम का पद नहीं दिया जायेगा।
झारखंड में 81 विधानसभा सीटों में मुख्यमंत्री समेत 12 मंत्री बनाए जा सकते हैंै। पिछली बार मुख्यमंत्री और 6 मंत्री पद जेएमएम को 4 मंत्री पद कांग्रेस को और एक मंत्री पद आरजेडी को मिला था। सरकार के चार मंत्रियों का चुनाव हारना और दूसरी वजह गठबंधन में नए दल की एंट्री है। इससे बात साफ है कि इस बार सरकार बदली बदली नजर आएगी।
मंत्री के लिए फार्मूला बदल गया
झारखंड में पिछली बार 4 विधायकों पर एक मंत्री पद रखा गया था। इस फार्मूले की वजह से कांग्रेस को 4 और जेएमएम को 7 पद मिले थे। आरजेडी को एक मंत्री पद दिया गया था। इस बार सीटों की संख्या में बदलाव हुआ है।कहा जा रहा है कि इस बार एक मंत्री पद के लिए करीब 5 विधायकों का समर्थन चाहिए। इस लिहाज से कांग्रेस के कोटे में मंत्री पद की संख्या घट सकती है।कांग्रेस के पास 16 विधायक हैं। जेएमएम ने 34 सीटों पर जीत हासिल की है।एक चर्चा यह भी है कि माले को एडजस्ट करने के लिए जेएमएम कांग्रेस को डिप्टी स्पीकर का पद दे सकती है। पिछली बार यह पद रिक्त ही रह गया था।
नए चेहरे होंगे शामिल होंगे
हेमंत सोरेन सरकार के चार मंत्री मिथिलेश ठाकुर, बैद्यनाथ राम, बेबी देवी और बन्ना गुप्ता चुनाव हार गए हैं। मिथिलेश बैद्यनाथ और बेबी देवी जेएमएम कोटे से मंत्री बने थे तो बन्ना कांग्रेस कोटे से। वहीं आरजेडी कोटे से मंत्री रहे सत्यानंद भोगता इस बार चुनाव से ही दूर थे। इस स्थिति में आरजेडी कोटे से किसी नए चेहरे को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।आरजेडी सिंबल पर दो यादव, एक दलित और एक सवर्ण चेहरा जीतकर इस बार सदन पहुंचे है। जेएमएम कोटे से जिन मंत्रियों की हार हुई है। उनकी जगह उन्हीं के बिरादरी के किसी नेता को जगह मिलने की बात कही जा रही है।कुड़मी समुदाय से आने वाली बेबी देवी की हार गई हैं। उनकी जगह इसी समुदाय के किसी नेता को मंत्री बनाया जा सकता है।
कांग्रेस को डिप्टी सीएम नहीं मिलेगा
कांग्रेस झारखंड में डिप्टी सीएम का पद चाह रही थी, लेकिन हेमंत सोरेन ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है। कहा जा रहा है कि डिप्टी सीएम की मांग कांग्रेस के नेता सुबोध कांत सहाय के जरिए पार्टी ने की थी, लेकिन हेमंत ने कहा कि जो व्यवस्था है उसे ही रहने दीजिए। यानी कांग्रेस कोटे से जो भी शामिल होंगे वो सिर्फ कैबिनेट मंत्री के हैसियत से शामिल होंगे। हेमंत इस बार वित्त, स्वास्थ्य, कृषि और ग्रामीण जैसे विभाग कांग्रेस को देते हैं या नहीं। पिछली बार हेमंत की सरकार में दो महिला मंत्री थी। इस बार कहा जा रहा है कि इनकी संख्या बढ़ सकती है। इस बार आठ महिला विधायक चुनी गयी हैं।