
Five countries shaken by earthquake

नेपीदा। म्यांमार, थाईलैंड और बांग्लादेश में भूकंप के भयानक झटकों से लोग सहमे हुए हैं । अब अंदेशा है कि म्यांमार, थाईलैंड और बांग्लादेश के तटीय इलाकों में सुनामी भी आ सकती है । शुक्रवार दोपहर बाद आए भूकंप के इन झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.7 मापी गई है । ये बेहद शक्तिशाली भूकंप माना जाता है और इससे जोरदार नुकसान की खबरें हैं ।हालांकि वहां की सरकारों ने सुनामी के बारे में अभी स्पष्ट चेतावनी जारी नहीं की है।

पांच देशों में महसूस किए गए भूकंप
म्यांमार में शुक्रवार सुबह 11:50 बजे 7.7 तीव्रता का भूकंप आया। इसके झटके भारत, थाईलैंड, बांग्लादेश और चीन समेत 5 पांच देशों में महसूस किए गए। म्यांमार और थाईलैंड में 23 लोगों की जान गई है।म्यांमार में 20 लोगों की मौत हुई, जबकि यहां 300 लोग घायल हैं। वहीं, थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में अंडर कंस्ट्रक्शन 30 मंजिला इमारत गिर गई। इस साइट पर 400 लोग काम कर रहे थे। इनमें से 80 लोग लापता हैं, जबकि 3 लोगों की मौत हुई है।इन 5 देशों के अलग-अलग इलाकों में सैकड़ों लोग घबराकर घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। भारी तबाही के चलते थाईलैंड की प्रधानमंत्री पाइतोंग्तार्न शिनवात्रा ने इमरजेंसी घोषित कर दी है।
म्यांमार की इरावाडी नदी पर बना 51 साल पुराना पुल टूट गया।
म्यांमार के मांडले शहर की इमारतें तबाह
म्यांमार में एतिहासिक शाही महल मांडले पैलेस के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वहीं, सागाइंग क्षेत्र के सागाइंग टाउनशिप में एक पुल भूकंप में पूरी तरह नष्ट हो गया। राजधानी नेपीता के अलावा क्यौकसे, प्यिन ऊ ल्विन और श्वेबो में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इन शहरों की आबादी 50 हजार से ज्यादा है।
इमारत ढहने से धूल का गुबार उठा, जिसके बाद लोग भागते दिखाई दिए।
सागाइंग फॉल्ट की वजह से म्यांमार में आया भूकंप
- म्यांमार में धरती की सतह के नीचे की चट्टानों में मौजूद एक बहुत बड़ी दरार है, जो देश के कई हिस्सों से होकर गुजरती है। यह दरार म्यांमार के सागाइंग शहर के पास से गुजरती है इसलिए इसका नाम सागाइंग फॉल्ट पड़ा। यह म्यांमार में उत्तर से दक्षिण की तरफ 1200 किमी तक फैली हुई है।
- इसे ‘स्ट्राइक-स्लिप फॉल्ट’ कहते हैं, जिसका मतलब है कि इसके दोनों तरफ की चट्टानें एक-दूसरे के बगल से हॉरिजॉन्टल दिशा में खिसकती हैं, ऊपर-नीचे नहीं। इसे आप ऐसे समझ सकते हैं जैसे दो किताबें टेबल पर रखी हों और उन्हें एक-दूसरे के खिलाफ स्लाइड किया जाए।
- यह दरार अंडमान सागर से लेकर हिमालय की तलहटी तक जाती है और पृथ्वी की टेक्टॉनिक प्लेट्स के हिलने-डुलने से बनी है। भारतीय प्लेट उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ रही है, जिससे सागाइंग फॉल्ट पर दबाव पड़ता है और चट्टानें बगल में सरकती हैं।
- भूकंप से म्यांमार में मांडले शाही महल का कुछ हिस्सा ढह गया।
- कहां आया:अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) के अनुसार, मध्य म्यांमार में 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया। भूकंप का केंद्र सागाइंग शहर से 16 किमी (10 मील) उत्तर-पश्चिम में 10 किमी की गहराई पर था।
- कहां तक असर हुआ: म्यांमार, थाईलैंड, बांग्लादेश, भारत और दक्षिण-पश्चिम चीन समेत 5 देशों में असर देखा गया। यहां के कई इलाकों में तेज झटके महसूस किए गए। पीटीआई न्यूज एजेंसी के मुताबिक, भारत में कोलकाता, इंफाल, मेघालय और ईस्ट कार्गो हिल में इसके झटके महसूस किए गए। बांग्लादेश में ढाका, चटगांव समेत कई हिस्सों में 7.3 तीव्रता के झटके आए। म्यांमार में 12 मिनट बाद फिर 6.4 तीव्रता का आफ्टरशॉक आया।