
Finger is rising at PM residence
बालाघाट। जनपद पंचायत बालाघाट के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सकरी में पीएम आवास देने में जनपद पंचायत के पीसीओ रामटेके और रोजगार सहायक अनीता पारधी ने ऐसी सूची बनाई कि उस पर अब ऊंगली उठने लगी है। पात्र 22 हितग्राहियों को अपात्र कर दिया। और अपात्र लोगों का पीएम आवास दे दिया गया। जिला पंचायत सीईओ दावा कर रहे हैं कि मामले की जांच की जाएगी और दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी।
पीएम आवास सूची विवादित हो गयी
सकरी पंचायत में एक नहीं दर्जनों हितग्राही पीएम आवास के लिए बनी सूची पर सवाल कर रहे हैं। गलत सूची बना कर अपात्र हितग्राहियों के खाते में राशि डाले जाने पर यह मामला सबकी नजर में चढ़ गया है। महिला रोजगार सहायक अनीता पारधी और जनपद पंचायत के पीसीओ रामटेके ने पीएम आवास योजना के तहत स्वीकृत मकानों का सर्वे और सत्यापन ऐसा किया गया कि कवेलु वाले मकान में निवासरत हितग्राहियों को अपात्र एवं पक्के मकान में निवासरत अपात्र लोगों को पात्र बता दिया।
पात्र हितग्राहियों को अपात्र कर दिया
यहां योजना से वंचित पात्र हितग्राहियों ने बताया कि पंचायत में पदस्थ रोजगार सहायक अनीता पारधी द्वारा 6 महीने पूर्व उनसे समस्त दस्तावेज जमा करवाये गये थे। उसके उपरांत भी आवास योजना की सूची से नाम हटा दिया गया और पक्के मकान में रहने वाले लोगों को ही हितग्राही बनाकर उनके खातों में राशि डलवा दी गई। ऐसी कारगुजारी के कारण अब रोजगार सहायक पर ग्रामीणांे के साथ सौतेला व्यवहार किये जाने के भी आरोप लग रहे है। योजना से वंचित ग्रामीणों ने बताया कि सकरी पंचायत में प्रधानमंत्री आवास सूची में लगभग 72 हितग्राहियों का नाम आया था। जिसमें रोजगार सहायक के पिताजी का नाम भी शामिल था। जिसपर ग्रामीणों ने आपत्ति लगाई तो रोजगार सहायक ने जनपद पंचायत से प्रधानमंत्री आवास की जांच हेतु पहुंचे जांच दल के साथ मिलकर हितग्राहियों के आवासों का सत्यापन किया। अपने अनुसार 26 जनवरी के ग्राम सभा में पंचों को जानकारी दिए बिना प्रस्ताव अनुमोदन कर 22 हितग्राहियों को अपात्र करके पोर्टल से नाम हटवा दिया गया। इस वजह से कई पात्र हितग्राही अपात्र हो गए।
इनका कहना है
मैं कच्चे मकान में रहता हूं। मेरा नाम प्रधानमंत्री आवास सूची में नाम था और अनीता पारधी ने दस्तावेज मंगवाकर जमा किये थे। इसके बावजूद भी मेरा नाम सूची से हटा दिया गया है। मुझे किस वजह से अपात्र किया गया है वो कारण बताएं और जिनका पक्का मकान है उन्हें कैसे पात्र बनाया गया। अनीता पारधी ने द्वेष भावना रखकर मुझे अपात्र करवाया है।
भरतलाल ग्रामीण वार्ड नं 03 सकरी पंचायत
इनका कहना है
मैं कई वर्षों से कच्चे कवेलु वाले मकान में रहता हूं। जनपद से आये जांच दल के मिथलेश हरिनखेड़े ने मेरे मकान का सर्वे किया। फिर भी मुझे आवास योजना से अपात्र किया गया है। मैं जांच दल एवं रोजगार सहायक अनीता पारधी मुझे लिखित जानकारी दें कि किस आधार से मुझे अपात्र किया गया है।
दुर्गेश पटले निवासी सकरी
इनका कहना है
मेरे पति का नाम आवास सूची में था। लेकिन उनका देहांत हो गया। जिसके बाद पंचायत वालों मुझे अपना कच्चा मकान तोड़ने को कहा। मैंने मजदूर लगाकर मकान तुडवा दिया। लेकिन अभी तक मकान की किश्त नही आई। अब मैं झोपड़ी में रहने को मजबूर हूं।
सीमा सोनवाने, निवासी ग्राम पंचायत सकरी
इनका कहना है
सकरी पंचायत में 72 मकानों की सूची आई थी। जिसमें से 22 लोगों को अपात्र किया गया है। 2017 के सर्वे में वे पात्रता रखे हुए थे, लेकिन वर्तमान में उनके पक्के मकान बन गये है। जिस कारण जनपद से आई टीम ने उन्हें अपात्र कर दिया। सीमा सोनवाने नामक महिला पात्रता रखती है, उसके नाम की स्वीकृति दिलाने कार्यवाही की जा चुकी है। जैसे ही आदेश होगा, उसे लाभान्वित किया जायेगा।
सोनेलाल मसराम सरपंच, ग्राम पंचायत सकरी
इनका कहना है
हमें जांच दल ने सकरी पंचायत के 22 लोगों को अपात्र घोषित किये जाने की रिपोर्ट दी गयी थी। आपने नई जानकारी संज्ञान में लाई है, जिन्हें अपात्रता के बाद भी पात्र बताया गया है, उसकी जांच होगी। दोषी पाए जाने पर जांच दल एवं रोजगार सहायक पर शासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।
ममता कुलस्ते, सीईओ जनपद बालाघाट