
Fifth death in 8 month due to tiger attack
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट(ब्यूरो)। बालाघाट में बाघ के हमले से एक और ग्रामीण की जान चली गई। दरअसल, कटंगी क्षेत्र के अंबेझरी बीट में सेवकराम गोपाले (65) पर गुरुवार शाम को बाघ ने हमला किया। वह जंगल से 150 मीटर दूर खेत में मवेशी चरा रहे थे।शुक्रवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
इलाज के दौरान हुई मौत
घायल सेवकराम को पहले कटंगी अस्पताल ले जाया गया। वहां से जिला अस्पताल रेफर किया गया। शुक्रवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस ने पंचनामा कार्यवाही और पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।वन विभाग ने घायल सेवकराम के इलाज के लिए तत्काल 2,500 रुपए की मदद दी थी। अंतिम संस्कार के लिए 25 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाएगी। सहायक परिक्षेत्र अधिकारी ओमप्रकाश जगने ने बताया कि नियमानुसार अन्य मुआवजा भी दिया जाएगा।
बाघ के हमले से पांचवी मौत
इस वन परिक्षेत्र में बाघ के हमले से आठ माह के अंदर यह पांचवीं मौत है। वहीं इस घटना के बाद अब ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है।वन परिक्षेत्र अधिकारी बाबूलाल चढ़ार के मुताबिक जानकारी मिली थी कि ग्राम अंबेझरी निवासी किसान सेवकराम 61 वर्षीय रोजाना की तरह खेत में बैल और मवेशी चराने के लिए गए थे।वहां से घर लौट वक्त रास्ते में किसान पर बाघ ने पीछे से हमला बोल दिया। जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गए। हालांकि इस हमले को देख अन्य किसानों ने जमकर शोर मचाया जिसके बाद बाघ जंगल में भाग निकला।
21 दिन में दूसरा हमला
21 दिन पहले 14 अगस्त को ग्राम अंबेझरी में टाइगर के हमले की घटना सामने आई थी। अंबेझरी निवासी विठ्ठल आसटकर अपने घर की गाय व भैंस चराने जंगल के पास गया था तभी बाघ ने अचानक उस पर हमला कर दिया। वहीं 21 दिन बाद अब ये दूसरी घटना घट गई है।
बाघ के हमले से दूसरी मौत
क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। उनका कहना है कि पिछले 21 दिनों में यह बाघ के हमले की दूसरी घटना है। ग्रामीणों का आरोप है कि लगातार हो रही ऐसी घटनाओं के बावजूद वन विभाग गंभीर नहीं है। अंबेझरी में बाघ के हमलों की बढ़ती घटनाओं से खेती का काम मुश्किल हो गया है।