
Farmers were happy as soon as rajiv sagar dam gate opened
बालाघाट (ब्यूरो)। दोपहर दो बजे राजीव सागर डेम के चार गेट खुलते ही किसानों के चेहरे खिल उठे कि अब उनके खेतों का पेट पानी से भर जाएगा। किसानों की मांग को ध्यान में रखकर विधायक गौरव सिंह पारधी और सांसद भारती पारधी ने कलेक्टर से राजीव सागर बांध से पानी छोड़ने के संबंध में चर्चा की।ं राजीव सागर डेम से पानी छोड़ने को लेकर गंभीर चर्चा के दौरान यह निर्णय लिया गया कि 150 क्यूसेक पानी छोड़ा जा सकता है। इससे जल संकट की समस्या का निदान हो जाएगा। महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के पचास हजार से अधिक किसान लाभान्वित होंगे।
राजीव सागर डेम के चार गेट खुले
आज दोपहर दो बजे राजीव सागर डेम के चार गेट खोलकर 150 क्यूसेक पानी बावनथड़ी नदी में छोड़ा गया। डैम के दो गेट 50-50 से.मी. और दो गेट 25.25 से.मी. खोले गए। जिससे नदी के तटीय क्षेत्रों में रहने वाले किसानों को सिंचाई के लिए अब पर्याप्त जल उपलब्ध हो सकेगा। गौरतलब है कि पानी के लिए पठार संघर्ष समिति लगातर आदोलन कर रही थी। पठार संघर्ष समिति दो अप्रैल से 17 अप्रैल तक पानी के लिए प्रदर्शन किया था। 28 अप्रैल को कलेक्टर के नाम आंदोलन की चेतावनी वाला ज्ञापन दिया गया था। उसी के मद्देनजर शासन प्रशासन के उपर भारी दबाव बना।
खेत,कुएं और हैण्डपप जी उठेंगे
राजीव सागर बांध से 150 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। बावनधड़ी नदी के किनारे रहने वाले किसानों के खेत इस पानी से जी उठेंगे। साथ ही लोगों के कुंए और हैण्ड पंपोे में पानी आ जाएगा। किसानों के धान,गन्ना की फसलों को जीवनदान मिल जाएगा।