
Farmers not paid due to lack of transportation of paddy
बालाघाट(ब्यूरो)। जिले में किसानों से धान खरीदने के लिए 185 केन्द्र बनाए गए हैं। किसान अपनी उपज 2300 रुपए क्विंटल नहीं बेचना चाहते थे, इसके लिए आंदोलन भी किया।लेकिन सरकार अपने घोंषणा पत्र को अमल में नहीं लाई। निराश होकर किसान खरीदी केन्द्रों में अपना धान लेकर पहुंचने लगे है। लेकिन अव्यवस्था के चलते किसानों में गुस्सा है। उन्हें समय पर भुगतान नहीं मिल रहा है। साथ उनके धान की चोरी हो रही है। ऐसा क्यों हो रहा है किसान भी नहीं जानते।
परिवहन शुरू नहीं हुआ
खरीदी केंद्रो में अचानक धान की आवक बढने से किसानों को जगह नहीं मिल रही है। अभी तक परिवहन का कार्य भी प्रारंभ नही हुआ है। जिससे अव्यवस्था बढ़ती जा रही है। बीते 15 दिनों में जिन किसानों ने खरीदी केंद्रो में अपना धान बेचा परिवहन नहीं होने से उनकी उपज का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है।
किसानों की परेशानियां बढ़ी
गुरूवार को जरेरा और चरेगांव धान खरीदी केंद्र में धान से भरी बोरियां खुले आसमान के नीचे रखी पड़ी दिखी। जिनका परिवहन अभी तक नहीं हुआ है। जबकि जरेरा के केंद्र प्रभारी श्री डोंगरे के अनुसार लगभग 6600 क्विंटल धान का उपार्जन किया जा चुका है। वही चरेगांव खरीदी केंद्र में भी लगभग 08 हजार क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। लेकिन उपार्जित धान का परिवहन नहीं होने से किसानों का भुबतान नहीं होने से व्यवस्था चरमराने लगी है। किसानों की परेशानियां बढ गई है। फिलहाल किसानों और केंद्र प्रभारियों ने जिला प्रशासन से संबधित विभाग ने तत्काल धान का परिवहन कराने की गुहार लगाई है। यदि कुछ दिनों में धान का परिवहन नहीं हुआ और किसानों को भुगतान नहीं किया गया तो कुछ भी हो सकता है।
धान की चोरी इस तरह
खरीदी केन्द्रों में तौल में किसानों से अधिक धान लेते देखा गया है। यह सब धान खरीदी केन्द्र के प्रभारी के इशारे पर हो रहा है। कायदे से किसानों से 41 किलो धान लिया जाना चाहिए। लेकिन धान तौलते समय बोरियों का वजन असंतुलित करने कटोरा चलाकर धान की चोरी की जा रही है। धान खरीदी केंद्र समनापुर के उपकेंद्र मगरदर्रा में यह वाकयात देखने को मिला। पेड़ के नीचे किसानों से खरीदकर रखे धान की बोरियों का तौल होने के बाद खरीदी केंद्र प्रभारी के ईशारों पर उनके मजदूर कटोरा चलाकर धान की चोरी करते नजर आये। जिसकी तस्वीर मीडियाकर्मियों ने अपने कैमरे में कैद किये।
खरीदी केन्द्र के प्रभारी के सामने
ग्रामीणों ने बताया कि मगरदर्रा धान खरीदी केंद्र में खूब धांधली हो रही है। किसानों से निर्धारित वजन 40 किलो 700 ग्राम से भी अधिक लगभग 41 किलो 500 ग्राम धान तौला जा रहा है। बोरियों की सिलाई करने के पूर्व कटोरा चलाकर उसमें से धान निकाला जाता है। जब तक मीडिया वाले थेे सब ठीक था लेकिन उनके जाते ही फिर धान की चोरी का खेल शुरू हो गया। जब ऐसा हो रहा था उस वक्त खरीदी केन्द्र के प्रभारी भी थे। ऐसा क्यों किया जा रहा है न किसान समझ पा रहे हैं और न ही खरीदी केन्द्र में कोई बताता है।