
Farmers ask for answers from the collector ,why did the fertilizer get lathi
राष्ट्रमत न्यूज,रीवा(ब्यूरो)। मध्यप्रदेश के रीवा की डी.एम प्रतिभा ने आखिर अपनी प्रतिभा दिखा ही दीं। किसानों ने मांगी खाद और उसके बदन पर पड़ी पुलिस की लाठी। ऐसी है बीजेपी सरकार और ऐसी रीवा डीएम। करहिया मंडी में किसान खाद के लिए लाइन लगा रखे थे। डीएम ने दावा किया था कि खाद पर्याप्त मात्र में है। सवाल यह है कि खाद खत्म कैसे हो गयी। खाद खत्म हो गयी तो घोंषणा करवानी थी। किसान खाद के लिए हल्ला मचायेगा ही। यह उसका हक है। उसने हल्ला मचाया और आप के अफसरों ने लाठी चार्ज का आदेश दे दिया। राष्ट्रमत ने कल ही कहा था कि डीएम को कुछ पता नहीं है।कितनी खाद चाहिए। 80 टन खाद ऊंट के मुंह में जीरा है। किसानों के खेत को बोरी भर खाद चाहिए,पंजीरी नहीं। समितियों के पास खाद नहीं है। खाद की अगली रैक कब आयेगी डीएम भी नहीं जानती।
किसानों पर भांजी लाठी
डीएम प्रतिभा पाल ने अपर कलेक्टर सपना त्रिपाठी और एसडीएम वैशाली जैन से सवाल नहीं किया कि किसानों को दौड़ा-दौड़ा कर क्यों पीटा गया? भीड़ में महिलाएं थी। महिलाओं के साथ बच्चे थे। पुलिस कहती है कि भीड़ बहुत थी इसलिए हल्का लाठी चार्ज किया। कलेक्टर प्रतिभा पाल को कायदे से किसानों से माफी मांगनी चाहिए कि वायदे के मुताबिक खाद हम नहीं दे पाए। वहीं पुलिस का कहना है कि स्थिति को नियंत्रण में लाने लाठी चार्ज किया। डीएम को बताना चाहिए कि आखिर वो कौन सी वजह थी कि मंगलवार को रात को काउंटर बंद कर दिया गया। किसान तो रात से जाग रहे थे एक बोरी खाद के लिए।ऐसे में नाराज किसान विरोध करेगा ही। क्या किसान खाद के लिए विरोध करेगा तो उसे प्रशासन लाठी मारेगा। डीएम बताएं। खाद जहां बंट रही है,कभी वहां जाकर डीएम को देखना चाहिए कि कैसा मंजर है।
फसल सूख रही डीएम मैडम
जिले की फसल खाद के बगैर सूख रही हे। खाद कब मिलेगाी बगैर लाठी के डीएम प्रतिभा को बताना चाहिए। और यही भी बताना चाहिए कि एक किलोमीटर तक लंबी लाइन गुढ़,सेमरिया,मनगवां,सिरमौर,रीवा में लग रही है तो ये कब तक लगेगी। किसान की फसल सूख रही है। इसका हल प्रशासन के पास क्या है बताएं।
कांग्रेस और वकीलों ने विरोध जताया
अधिवक्ता बीके माला ने बताया कि कई समितियों में खाद खत्म हो गई है। जहां उपलब्ध है वहां किसानों को 10-12 घंटे खड़े रहने के बाद भी निराश लौटना पड़ रहा है। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता विनोद शर्मा ने कहा कि रीवा जिले में किसानों को लाठी मारी जा रही है। आखिरकार खाद मांग कर किसान कौन सा अपराध कर रहे हैं। अगर खाद नहीं देना है तो किसानों को बता देना चाहिए। कलेटर बीजेपी सरकार की भाषा बोल रही हैं। खाद पर्याप्त मात्रा में तो बताएं क्यों नहीं मिल रही है। यह बताएं और खाद की अगली रैक कब आयेगी और कितनी आयेगी।
अब कांग्रेस हमलावर हुई
कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष इंजीनियर राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि खाद संकट को लेकर धरना प्रदर्शन और ज्ञापन का कार्यक्रम कांग्रेस का तब तक चलेगा जब तक किसानों को खाद नहीं मिल जाती।कांग्रेस 3 सितम्बर को सिरमौर,4 सितम्बर को मनगवां,त्योंथर,रायपुर कर्चुलियान और हुजूर और 5 सितम्बर को गुढ़ तहसील मुख्यालय में किसानों की उपस्थिति में संबंधित अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा जायेगा।उन्होंने कहा कि किसान अधिक से अधिक संख्या में कांग्रेस पार्टी का साथ दें ताकि सरकार तक आवाज पहुंच सकें।
कालाबाजारी किसके सरंक्षण में
जिले में खाद किसान को दिला नहीं सके और लाठियां चलवा दी। कल तक कह रही थी कि जिले में कहीं भी खाद की कालाबाजारी नहीं होने देंगे। मंडी में आए किसानों से पूछें वो बता देंगे कि कालाबाजारी कहां कहां हो रही है। एक भी ऐसे दुकानदारों की दुकानों अभी तक सील क्यों नहीं किया गया?किसान उर्मिला साकेत का कहना है कि कई कई जगहों पर खाद की कालाबाजारी हो रही है। खाद या तो ज्यादा दाम पर बेची जा रही है या फिर खास किसानों को ही दी जा रही है। सामान्य किसान खाली हाथ लौट रहे हैं। किसान नेता शिव सिंह ने कहा कि 48 घंटे लाइन लगाने के बाद भी खाद नहीं मिल रही, जिससे बुआई प्रभावित हो रही है।