
Fake embassy opened in ghazibad ,make 4 fake countries
राष्ट्रमत न्यूज नई दिल्ली,(ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक अजीबोगरीब और हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहाँ एक व्यक्ति वेस्ट आर्कटिक नामक एक गैरमौजूद देश का अवैध दूतावास चलाता पाया गया। आरोपी हर्षवर्धन जैन को उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। वह कथित तौर पर कई काल्पनिक और छोटे देशों की संस्थाओं के राजनयिक होने का नाटक कर रहा था।
नकली राजनयिक नंबर की गाड़ियां
22 जुलाई 2025 को एसटीएफ की नोएडा इकाई ने गाजियाबाद के कवि नगर स्थित केबी45 स्थित एक किराए के मकान पर छापा मारकर हर्षवर्धन जैन को गिरफ्तार किया। वह उसी परिसर से स्वयंभू वेस्ट आर्कटिक एम्बेसी का संचालन कर रहा था। हर्षवर्धन ने वेस्ट आर्कटिक, सेबोर्गा, पालविया और लोदोनिया जैसे तथाकथित देशों का वाणिज्यदूत या राजदूत होने का झूठा दावा किया था। अपने झूठे दावों को पुष्ट करने के लिए वह नकली राजनयिक नंबर प्लेट वाली गाड़ियों में भी घूमता था।
विदेश मंत्रालय की मोहर लगे नकली पेपर्स
UP के गाजियाबाद में फर्जी दूतावास का खुलासा हुआ है। STF ने मंगलवार को छापा मारकर हर्षवर्धन जैन को अरेस्ट किया। उसके पास से VIP नंबर वाली 4 लग्जरी गाड़ियां जब्त की गई हैं। इसके साथ ही अलग-अलग देशों और कंपनियों की 34 मोहरें भी मिली हैं। इसके अलावा, विदेश मंत्रालय की मोहर लगे नकली पेपर्स और 44.70 लाख रुपए नकद भी बरामद किए गए।
गाजियाबाद के कवि नगर में इसी मकान से हर्षवर्धन को STF ने अरेस्ट किया है।
शेल कंपनियों के जरिए हवाला रैकेट
STF SSP सुशील घुले ने बताया- हर्षवर्धन केबी 35 कविनगर में किराए का मकान लेकर अवैध रूप से ‘वेस्ट आर्कटिक दूतावास’ चला रहा था। वह खुद को वेस्ट आर्कटिक, सबोरगा, पुलावाविया, लोडोनिया देशों का कॉन्सुल एंबेसडर बताता है। हालांकि इन नामों का कोई देश दुनिया में नहीं है।उन्होंने बताया- हर्षवर्धन डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट लगी गाड़ियों से चलता था। लोगों को प्रभावित करने के लिए प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और कई अन्य बड़े लोगों के साथ अपनी मॉर्फ की हुई फोटो का इस्तेमाल करता था। उसका मुख्य काम कंपनियों और प्राइवेट व्यक्तियों को बाहर के देशों में काम दिलाने के नाम पर दलाली करना और शेल कंपनियों के जरिए हवाला रैकेट चलाना था।
आरोपी के घर के बाहर झंडे लगी लग्जरी कारें खड़ी हैं।
जांच के बाद STF ने कार्रवाई की
हर्षवर्धन के पास से दो फर्जी प्रेस कार्ड, दो फर्जी पैन कार्ड, माइक्रोनेशन देशों के 12 डिप्लोमेटिक पासपोर्ट, कई देशों की विदेशी मुद्रा, विभिन्न कंपनियों के दस्तावेज और 18 डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट भी बरामद की गई हैं।सूत्रों के मुताबिक, छापेमारी से पहले यूपी STF ने केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से विदेश मंत्रालय को फर्जी दूतावास संचालित होने की सूचना भेजी थी। मंत्रालयों से जांच के बाद STF ने कार्रवाई की।