
Eknath was offered the post of union minister
नई दिल्ली। (ब्यूरो)। देवेन्द्र फडणनवीस को मुख्यमंत्री बनाए जाए जाने से एकनाथ शिंदे नाराज है। उन्हें खुश करने के लिए BJP हाईकमान ने केन्द्रीय मंत्री बनाने का प्रस्ताव दिया है। साथ ही उनके बेटे को डिप्टी सीएम बनाने की बात की। जबकि शिवसेना के विधायक लगातार एकनाथ शिंदे को पद पर बने रहने का दबाव बना रहे हैं। देवेंद्र फडणवीस को NCP का भी समर्थन हासिल है।
शिंदे को केन्द्रीय मंत्री का प्रस्ताव
महाराष्ट्र में एक फार्मूले पर चर्चा जोरों पर है। कहा जा रहा है कि एकनाथ शिंदे को केंद्रीय मंत्री बनाने का प्रस्ताव दिया गया है तो वहीं उनके बेटे श्रीकांत शिंदे को महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव दिया गया है। जबकि देवेंद्र फडणवीस राज्य के मुख्यमंत्री होंगे और अजित पवार भी डिप्टी CMबनेंगे। इस रणनीति के जरिए BJP तीनों दलों को साधने का प्रयास कर रही है। इससे शिंदे के सम्मान को भी ठेस नहीं पहुंचेगी और मामला भी आसानी से हल हो जाएगा। इस प्रस्ताव के बावजूद शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने का दबाव लगातार बना रहे हैं।
उद्धव के पास एक और मौका
BJP के लिए शिंदे को हटाना इतना आसान भी नहीं है। शिंदे मराठा समुदाय से हैं। जबकि देवेंद्र फडणवीस ब्राह्मण हैं। महाराष्ट्र में बीते कई महीनों में मराठा आरक्षण आंदोलन और मराठा नेतृत्व का दावा भी किया गया। आने वाले समय में BMC नगर निगम के चुनाव भी होने वाले हैं। BJP कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहती। BMC में अभी तक शिवसेना और उद्धव ठाकरे का दबदबा रहा है। हालांकि इस बार BJP- BMC पर भी अपना कब्जा बरकरार रखना चाहेगी। उद्धव ठाकरे के पास अब केवल एक विकल्प बचा है। यदि वह BMC पर अपना कब्जा जमा लेती है तो एकनाथ शिंदे से सियासी जंग का बदला हो जाएगा। लेकिन यह तभी संभव है जब एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र की राजनीति में पूरी ताकत से रहेंगे। राजठाकरे अपने बेटे को माहिम से नहीं जीता पाए। यानी ठाकरे वाद की राजनीति का अब दबदबा महाराष्ट्र से खत्म हो गया। देवेन्द्र फड़णनवीस के मुख्यमंत्री बनने पर वो उद्धव ठाकरे को कितना दबा सकते हैं यह देखना होगा। इसलिए कि उद्धव ठाकरे चुनाव में बोल चुके हैं कि यदि मुुुुंबई में कुछ हुआ तो फड़णनवीस को काट डालेंगे।