
EC should investigate rahul gandhis allegation - rawat
राष्ट्रमत न्यूज,नई दिल्ली(ब्यूरो)। फर्जी मतदाता मामले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अब पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत का भी समर्थन मिल गया है।पूर्व चुनाव आयुक्त का मानना है कि चुनाव आयोग को बेंगलुरु में फर्जी मतदाताओं के बारे में राहुल गांधी के आरोपों की जांच करनी चाहिए।
इस विवाद के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा जब मैं वहां था हमारी नीति यह थी कि अगर किसी पार्टी का कोई वरिष्ठ पदाधिकारी कोई आरोप लगाता है तो हम स्वतः उसकी जांच करते और आम आदमी के सामने तथ्य प्रस्तुत करते। ताकि व्यवस्था में विश्वास बना रहे। हमने उनसे पार्टियों से पहले शिकायत करने के लिए नहीं कहा।
एक मकान में 80 मतदाता-राहुल
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को आरोप लगाया था कि पिछले साल हुए लोकसभा चुनावों के दौरान बेंगलुरु सेंट्रल संसदीय सीट के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में एक लाख से ज्यादा फर्जी मतदाता थे।उन्होंने कहा कि कम से कम एक ऐसा मतदाता दो मतदान केंद्रों पर पंजीकृत था और उसने दोनों जगहों पर मतदान किया। कांग्रेस नेता ने मतदाता सूची के कुछ हिस्सों की स्लाइड्स दिखाते हुए कथित तौर पर बताया कि एक ही मतदाता का कई बार पंजीकरण हुआ है। पते गलत हैं। एक कमरे वाले मकान में 80 लोगों का पंजीकरण हुआ है और महादेवपुरा के मतदाता दूसरे राज्यों में भी पंजीकृत हैं।
EC मतदाता सूची में छेड़छाड़ कर रहा
कांग्रेस ने शुक्रवार 8 अगस्त 2025 को बेंगलुरु में इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन भी किया कुछ लोगों ने शुक्रवार सुबह कुछ समय के लिए मतदाता सूची डाउनलोड के लिंक तक पहुंचने में असमर्थता जाहिर की। इसके बाद ये आरोप लगने लगे कि राहुल के दावों के बाद चुनाव आयोग ईसी मतदाता सूची में छेड़छाड़ कर रहा है। हालांकि चुनाव आयोग के सूत्रों ने इससे इनकार किया है।
चुनाव आयोग का बयान
चुनाव आयोग के सूत्रों ने पत्रकारों के साथ अनौपचारिक रूप से एक खास परिवार के सदस्यों की तस्वीर शेयर कीै जिनके हाथ में मतदाता पहचान पत्र थेै इस परिवार को राहुल की फर्जी मतदाताओं की सूची में इसलिए शामिल किया गया था क्योंकि इसके सदस्यों की तस्वीरें उनकी पार्टी को दी गई मतदाता सूची की प्रति में दिखाई नहीं दे रही थीं।
दस्तावेज प्रस्तुत करें
एक्स पर एक पोस्ट में आयोग ने राहुल गांधी को चुनौती देते हुए कहा कि वो हर फर्जी मतदाता के लिए शपथ लेकर और मतदाता पंजीकरण नियमों के तहत शिकायत दर्ज कराएं या फिर देश से माफी मांगें। कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने भी कांग्रेस से इस विवाद पर अपने ज्ञापन के समर्थन में दस्तावेज पेश करने को कहा है।