
Driking and selling alcohol restricted here
बालाघाट। नक्सल प्रभावित आदिवासी क्षेत्र ग्राम पंचायत सोनगुडडा में ग्रामीणों ने ग्रामीणों ने एक बैठक कर सर्व सहमति से नशा मुक्ति समिति बनाई। समिति ने तय किया है कि कोई भी गांव में न शराब पियेगा और न ही बेचेगा। यदि कोई ऐसा करता पाया गया तो उसे समिति दंडित और जुर्माना दोनों कर सकती है।
महिलाएं भी पीने लगी थीं शराब
ग्रामीणों की सर्व सम्मत से नशा मुक्ति समिति का अध्यक्ष ईश्वर सिंह मरकाम, उपाध्यक्ष कमल सिंह धुर्वे सरपंच, दिनेश मेरावी, सचिव बिपतसिंह मरकाम को बनाया गया है। समिति में यह निर्णय लिया गया है कि कोई भी व्यक्ति चाहे महिला हो या पुरुष गांव में कोई भी शराब न बेचेगा और न ही पियेगा। ग्राम में कच्ची शराब हो या अंग्रेजी दोनों बेचना और पीना प्रतिबंधित रहेगा। शराब पीने और बेचने वाले व्यक्ति पर समिति जुर्माना के साथ दण्डित भी करेगी। ग्राम में बड़े बुजुर्गो से लेकर बच्चे एवं महिलाएं भी शराब पीने के आदी हो गए हैं। इसलिए इस तरह का फैसला ग्रामीणों की सहमति से लिया गया। इसकी सूचना पुलिस चैकी सोनगुडडा में भी दे दी गई है। ग्राम पंचायत सोनगुडडा नशा मुक्ति समिति की सभी ने सराहना की है।