
Deputy cms silences is saving dr ashraf,nursing students surrounded dean
राष्ट्रमत न्यूज,रीवा(ब्यूरो)।मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला के डाॅक्टर अशरफ के गंदे व्यवहार से नर्सिग की 80 छात्रायें भयभीत और मानसिक रूप से अभी भी परेशान हैं। उनकी चुप्पी डाॅ अशरफ को बचा रही है। जब तो डिप्टी सीमएम नहीं कहेंगे,नर्सिग छात्रों के पक्ष में कार्रवाई नहीं होगी। आठ जुलाई को एबीवीपी ने डाॅ अशरफ के खिलाफ प्रदर्शन किया था।आज सोमवार को नर्सिग की छात्राओं ने डीन डाॅ सुनील अग्रेवाल को ज्ञापन सौंप कर डाॅ अशरफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। दो टुक कहा कि हमारे बयान ठीक से नहीं लिये गए।
जांच कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार
डीन का कहना है कि जांच कमेटी की रिपोर्ट अभी नही आई है। उसकी रिपोर्ट आने के बाद विचार किया जाएगा। वहीं प्राचार्य का कहना है कि जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती और डाॅक्टर अशरफ के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो जाती,नर्सिंग की छात्राएं ईएनटी नहीं जाएंगी।
जांच कमेटी पर सवाल
श्याम शाह मेडिकल कालेज में ईएनटी विभाग में पदस्थ डाॅ अशरफ के खिलाफ बीएससी नर्सिंग की 80 छात्राओं ने लिखित में शिकायत की थी। शिकायत में छात्राओं ने डाॅ अशरफ से खुद को असुरक्षित बताया था। इस आरोप के बाद डीन ने जांच के निर्देश तो दे दिए,लेकिन जांच कमेटी ही न्याय नहीं कर पा रही है। जांच कमेटी पर आरोप लगने लगे हैं।
नर्सिग एसोसियेशन समर्थन में
नर्सिंग छात्राओं का अरोप है कि उनके बयान ठीक से नहीं लिए गए ताकि डाॅ अशरफ को निर्दोष सिद्ध किया जा सके। इसकी शिकायत नर्सिंग छात्राओं ने कमिश्नर, कलेक्टर और एसपी से भी की हैं। अलग जांच कमेटी बनाकर जांच कराने की मांग की गई थी। सोमवार को नर्सिंग छात्राओं को न्याय दिलाने नर्सिंग एसोसिएशन भी समर्थन में आ गया। सभी नर्सिंग एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मेडिकल कालेज पहुंच कर डीन को ही घेर लिया। डीन डाॅ सुनील अग्रवाल को ज्ञापन सौंप कर डाॅ अशरफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जांच कमेटी में शामिल सदस्यों और पदाधिकारियों के बर्ताव को लेकर भी शिकायत की गयी।साथ ही एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि न्याय नहीं मिलता है तो वह उग्र आंदोलन करेंगी।
डाॅ अशरफ को बचाया जा रहा
डाॅ.अशरफ के खिलाफ कार्रवाई को लेकर पूरा प्रबंधन दुविधा में पड़ गया है। जांच कमेटी और प्रबंधन डाॅक्टर पर कार्रवाई करने से बचने की कोशिश में लगा हुआ है। जांच कमेटी ने छात्राओं को दबाने और बातों को घुमाने की कोशिश भी की लेकिन मामला बिगड़ गया है। ऐसे में अब कालेज प्रबंधन कार्रवाई को लेकर पशोपश में है। समझा जा रहा है कि जब तक डिप्टी सीएम नहीं कहेंगे,तब तक डाॅ अशरफ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। वैसे इतना बड़ा मामला हो गया लेकिन डिप्टी सीएम ने एक शब्द नहीं कहा।