
Deputy CMs doctors caused dirty behavior to narsing student,abvp surrounds dean
राष्ट्रमत न्यूज,रीवा(ब्यूरो)। मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला के डाॅक्टर अशरफ के गंदे व्यवहार से नर्सिग की 80 छात्रायें भयभीत और मानसिक रूप से परेशान हैं। इसलिए जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती और डाॅक्टर अशरफ के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो जाती, निर्सिग की छात्राएं ईएनटी नहीं जाएंगी। वैसे आज विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने डाॅक्टर अशरफ की इस्तीफे की मांग को लेकर डीन के दफ्तर का घेराव किया।
डाॅक्टर अशरफ का गंदा व्यवहार
रीवा नर्सिंग की 80 छात्राओं ने लिखित में कहा है कि डाॅक्टर अशरफ छात्राओं के साथ गंदा व्यवहार करते हैं। छात्राओं ने उनके व्यवहार और हावभाव से खुद को असुरिक्षत बताया है। नर्सिग छात्राओं की शिकायत पर प्राचार्य ने डीन को पत्र लिखकर चिकित्सक की हरकतों से अवगत कराया तो उन्होने जांच के आदेश कल दिये थे। आज डाॅक्टर अशरफ के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने ने मोर्चा खोल दिया। डीन कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया।
डीन के खिलाफ नारे लगे
एक तरफ डिप्टी सीएम कहते हैं रीवा मेडिकल हब बनने जा रहा दूसरी तरफ श्याम शाह मेडिकल काॅलेज के डाॅक्टर नर्सिग की छात्राओं के साथ गलत व्यवहार करते हैं। डिप्टी सीएम के डाॅक्टर अशरफ के खिलाफ विद्यार्थी परिषद ने प्रदर्शन कर उनके इस्तीफे की मांग डीन से किया। डीन के चेम्बर के बाहर छात्र नारे लगाते डटे रहे।
एक साथ 80 छात्राएं झूठ नहीं बोलेगी
विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक पीएन पांडेय ने रीवा मेडिकल कालेज में नर्सिंग छात्राओं के साथ हुई घटना को बेहद शर्मनाक बताया है। उन्होंने कहा कि इस घटना से रीवा जिले की किरकिरी हो रही है। पांडेय ने कहा कि अगर 80 नर्सिंग छात्राएं एक ही बात कह रही हैं तो जाहिर सी बात है कि झूठ नहीं हो सकता। प्रताड़ना की हद पार होने के बाद ही उन्होंने आवाज उठाई है। मेडिलक काॅलेज के डीन यदि अपने डाॅक्टर अशरफ का पक्ष ले रहे हैं तो यह दुर्भाग्य है रीवा मेडिकल काॅलेज का।उन्हें शर्म आनी चाहिए।
ड्यूटी करना बंद कर दिया
रीवा मेडिकल कालेज के ईएनटी विभाग में तैनात डाक्टर पर 80 बीएससी नर्सिंग द्वितीय और तृतीय वर्ष की छात्राओं ने मानसिक उत्पीड़न के आरोप लगाए। द्वितीय और तृतीय वर्ष की छात्राओं ने विभाग के आपरेशन थिएटर सहित चिकित्सक की देखरेख में होने वाले कार्यों में सहयोग करने से इनकार कर दिया है। छात्राओं का कहना है कि कोलकाता के आरजी कालेज में हुए कांड को देखते हुए हम सब ने डाॅ अशरफ से तंग आकर ड्यूटी करना बंद कर दिया है।
छात्राएं ईएनटी विभाग नहीं जा रहीं
छात्राओं ने नर्सिंग कालेज प्राचार्य को दिए शिकायती आवेदन में कहा है कि वे चिकित्सक से खुद को असुरक्षित और असहज महसूस कर रही हैं। शिकायत के बाद प्राचार्य ने छात्राओं को ईएनटी विभाग में जाने से रोक दिया है और डीन को पत्र लिखा है।नर्सिग छात्राओं की शिकायत पर डीन ने मामले करी जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दिया है। हालांकि इस टीम में उसी विभाग के लोगों को शामिल किए जाने पर भी सवाल उठ रहे हैं। नेत्र रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ शशि जैन इस जांच समिति की पीठासीन अधिकारी हैं,जो अपनी टीम के साथ मामले की जांच कर एक सप्ताह में डीन को जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी।