
Demonstration when thousands of trees are cut for rice mill in balaghat
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट(ब्यूरो)। बालाघाट से गोंदिया रोड पर सालेटेका पंचायत में राइस मिल उद्योग स्थापना के लिए हजारों पेड़ों को काटने का मामला बढ़ता जा रहा है। बुधवार को ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। कंपनी के मालिक पर जुर्माना लगाने की मांग की। मेसर्स गुरुदेव राइस उद्योग को उष्णा प्लांट के लिए 33 एकड़ चारागाह भूमि आवंटित की गई है। कंपनी ने इस भूमि पर लगे पलाश के पेड़ों को काट दिया है। आरोप है कि कंपनी ने सीमा से बाहर चिखला गांव की तीन एकड़ जमीन के पेड़ भी काट दिए हैं।
प्रस्ताव के बिना जमीन सौंपने का आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि सालेटेका पंचायत की सरपंच मनीषा बिसेन ने बिना ग्राम सभा के प्रस्ताव के उद्योग के लिए जमीन सौंप दी। जिस पलाश वन को काटा गया है, वह लाख उत्पादन के लिए प्रसिद्ध था। उपसरपंच खेमलाल बिसेन ने बताया कि चारागाह भूमि पर उद्योग लगने से पशुओं के चारे की समस्या पैदा होगी। ग्रामीणों का कहना है कि उद्योग से प्रदूषण बढ़ेगा। इसके गंदे पानी से नदी-नाले प्रदूषित होंगे।
कंपनी पर जुर्माना लगाया जाये
कंपनी ने पहले ही बोरवेल खुदवाने और ट्रांसफॉर्मर लगाने का काम शुरू कर दिया है। ग्रामीणों ने उद्योग मालिक पर पेड़ काटने का जुर्माना लगाने की मांग की है।सरपंच मनीषा बिसेन ने बताया कि एसडीएम की मौजूदगी में ग्राम सभा हुई थी। जिसमें कुछ लोग सहमत थे और कुछ लोग असहमत थे। जिसके बाद एनओसी दी गई है। जिससे न केवल ग्राम में रोजगार के अवसर पैदा होंगे बल्कि ग्राम का विकास भी होगा।उन्होंने कहा कि अगर गांव की जनता नहीं चाहती है तो हम उनके साथ है। हम ग्रामीणों की भावनाओं के साथ, आज कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन देने आए है।