
Demand for tendupatta of balaghat till hyderabad
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट(ब्यूरो)। बालाघाट जिले के तेन्दूपत्ते की मांग हैदराबाद तक है।चूंकि यहां का तेन्दूपत्ता उच्च गुणवता का होता है। वैसे बारिश नहीं होने से तेेन्दूपत्ता अच्छे निकले। यहां के तेन्दूपत्ते को महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के व्यापारी खरीदारी के लिए बालाघाट आ रहे हैं। इस बार जिले में तेन्दूपत्ते का जितना लक्ष्य तय किया था वो पूरा हो गया है। उत्तर सामान्य वनमंडल ने 41578 मानक बोरा और दक्षिण सामान्य वनमंडल ने 30890 मानक बोरा का लक्ष्य पार किया है। इस वर्ष तेन्दूपत्ता संग्राहकों को प्रति सैकड़ा 400 रूपए और प्रति मानक बोरा 4 हजार रूपए सरकार ने तय किया है।
पत्ते की गुणवत्ता अच्छी
परिक्षेत्र अधिकारी कंदर्प भट्ट के अनुसार, इस साल गर्मी में बारिश नहीं होने से पत्ते की गुणवत्ता अच्छी रही। वन विभाग तेन्दूपत्ता तुड़ाई से 45 दिन पहले साख कर्तन करता है। विभाग संग्राहकों और खरीदारों के बीच समन्वय बनाता है। संग्राहकों को बीमा और उनके बच्चों को एकलव्य छात्रवृत्ति की सुविधा मिलती है। अच्छी गुणवत्ता के पत्ते पर अगले साल बोनस भी मिलता है।
बाघ के हमले से मौत की घटनाएं
तेन्दूपत्ता संग्रहण स्थानीय लोगों के लिए उत्सव जैसा है। इससे होने वाली आय से क्षेत्र में विकास कार्य भी होते हैं। हालांकि, इस सीजन में बाघ के हमले की कुछ घटनाएं हुईं। कछार निवासी अनिल की मौत के बाद कुछ समय के लिए तेन्दूपत्ता तुड़ाई रुक गई थी। कुड़वा और खैरलांजी में भी बाघ के हमले से मौत की घटनाएं हुई हैं।
तेन्दूपत्ता तुड़ाई का लक्ष्य लगभग पूरा
बावजूद इसके आदिवासी अंचलो में तेन्दूपत्ता तुड़ाई के बड़े कार्य ने जिले के लक्ष्य को करीब-करीब पूरा कर दिया। इस वर्ष तेन्दूपत्ता संग्राहकों को प्रति सैकड़ा 400 रूपए और प्रति मानक बोरा, 4 हजार रूपए सरकार ने तय किया है।यह तो उन संग्राहकों के लिए, जो वनविभाग के अंतर्गत समितियों के माध्यम से काम करते है। जबकि पेसा एक्ट क्षेत्र में 32 ग्राम सभाओं के माध्यम से भी 47 तेंदुपत्ता फड़ बनाए गए है, जहां, संग्राहक, अपने मनचाहे दर पर तेन्दूपत्ता का विक्रय करता है।