
Daughter marries another caste youth,father excluded from society
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट(ब्यूरो)। बालाघाट जिले के किरनापुर क्षेत्र की ग्राम पंचायत सिवनीकला में दिलीप झलपे को कुनबी समाज ने इस बात पर समाज से बहिष्कृत कर दिया कि उनकी बेटी ने सुनार समाज के युवक से शादी की है। तीन साल तक समाज और परिवार ने आपत्ति नहीं की। लेकिन फरवरी 2024 में समाज के कुछ लोगों ने एक बैठक बुलाकर झलपे परिवार के आठ सदस्यों को समाज से बहिष्कृत कर दिया। आरोप लगाया कि हमारी बेटी ने दूसरे समाज के युवक से शादी की है।
दो परिवार बहिष्कृत
भूमिका झलपे ने बताया कि समाज के कथित हुक्मरानों ने गांव के दो परिवार को समाज से बष्किृत कर दिया है। जिसके बाद से गांव और समाज में उठना बैठना मुश्किल हो गया है। दो परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से कर न्याय की मां की। दिलीप झलपे की बेटी 2022 में सोनार समाज के एक युवक से शादी कर ली थी। तब किसी ने कुछ नहीं कहा था।
शव यात्रा में अपमानित किया
भूमिका झलपे के मायके में उनके पिता नानाजी गाड़वे का निधन हो गया था। उनकी अत्येष्ठि में परिवार शामिल हुआ। लेकिन शव यात्रा के दौरान सुरेश धार्मिक,यादोराव गाड़वे, जियालाल धार्मिक और रविन्द्र गाड़वे ने हमारे परिवार के सदस्यों को अपमानित किया। मोक्षधाम सिवनी में शोकसभा के दौरान सुरेश धार्मिक ने उपस्थित ग्रामीणों, और नात रिश्तेदारों के सामने मेरे पति दिलीप झलपे का समाज से बहिष्कृत किये जाने की बात कहकर भगा दिया।
दुकान और मंदिर में प्रतिबंध
दिलीप झलपे ने कहा कि गांव के ग्रामीणों और अन्य लोगों को हमारे खिलाफ भड़काया जा रहा है। हमें गांव के किराना दुकान,मंदिर आदि में जाना प्रतिबंधित कर दिया गया है। भूमिका झलपे ने कहा इसकी शिकायत थाने में कई बार की गयी। लेकिन कोई हल नहीं निकला। इसलिए परेशान होकर एसपी से शिकायत करने पहुंचे हैं,ताकि न्याय मिले।