
Credit sung in wealth ,dhritarashtra be came bhupesh-sav
राष्ट्रमत न्यूज रायपुर(ब्यूरो)। छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने कहा कि भ्रष्टाचारी और अपराधी व्यक्ति का पक्ष कभी भी छत्तीसगढ़ की जनता नहीं लेती। भूपेश बघेल पहले धन मोह में अपनी साख गंवाई और पुत्र मोह में धृतराष्ट्र बन गए हैं। ईडी की प्रेस रिलीज से यह पता चला है कि चैतन्य बघेल को 16.70 करोड़ रुपये की पीओसी प्राप्त हुई थी।
भूपेश की स्वीकार्यता खत्म हो रही
भाजपा जिला कार्यालय एकात्म परिसर में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि एक के बाद एक भ्रष्टाचार के मामले सामने आने के बाद कांग्रेस में भी भूपेश बघेल की स्वीकार्यता खत्म हो रही है। आखिर कब तक भूपेश बघेल, अपनी सरकार में हुए भ्रष्टाचारों पर पर्दा डालने के लिए ऐसे काम करेंगे? प्रदेशवासियों का समय जाया करते रहेंगे? आर्थिक नुकसान करते रहेंगे? पूरी कांग्रेस पार्टी को झोंकते रहेंगे? झूठ-पर-झूठ बोलते रहेंगे?
नंदकुमार बघेल जेल जाते रहे
श्री साव ने कहा पहली बार देखा जा रहा है कि भ्रष्टाचारियों के पक्ष में आर्थिक नाकाबंदी करके निर्दोष आम जनता को सजा देने का षड्यंत्र किया गया था। जनता का धन्यवाद कि इसे विफल कर दिया।भूपेश बघेल कह रहे है कि श्री राम को गाली देने वाले उनके पिता जीवित होते तो आरोपी के जेल जाने पर गर्व महसूस करते।श्री साव ने कहा यह आश्चर्यजनक है कि भूपेश बघेल अपने बेटे की गिरफ्तारी पर कह रहे हैं कि अगर उसके दादा आज जीवित होते तो खुश होते। अनेक बार अन्याय का विरोध करते हुए वे जेल गए थे। हम सभी जानते हैं कि हिंदुत्व का विरोध कर और श्रीराम को दुष्ट कहकर, जातिगत गाली-गलौज कर नंदकुमार बघेल जेल जाते रहे हैं। तो भूपेश बघेल को क्या अब हिंदुत्व और श्रीराम आदि अन्याय लग रहे अब? मुखौटा उतर गया है। पहले कहते थे कि उनके पिताजी से वे सहमत नहीं हैं। अब नंद कुमार बघेल से सहमत हो गए?
भ्रष्टाचार को उपलब्धि मान रहे भूपेश
श्री साव ने कहा भूपेश बघेल तो इस बात पर भी गर्वित और आत्ममुग्ध हैं कि इस गिरफ्तारी के बाद उनके बेटे को पूरा देश जान गया है। एक बाप को अपने बेटे पर गर्व होता है जब वो डॉक्टर बने, इंजीनियर बने, उच्च अधिकारी बने, सामाजिक क्षेत्र में कार्य करते हुए प्रसिद्धि पाए मगर किसी आर्थिक अपराध में नाम शामिल होने में कोई बाप गर्व करे तो इसे आप क्या कहेंगे?
अब बहाने बाजी से काम नहीं चलेगा
श्री साव ने कहा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), रायपुर जोनल कार्यालय की प्रेस रिलीज में भी यह आईने की तरह साफ है कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले से राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ और अनुसूचित अपराधों से अर्जित 2500 करोड़ रुपये से अधिक की आपराधिक आय (पीओसी) लाभार्थियों की जेबों में भर गई। श्री साव ने कहा ईडी की प्रेस रिलीज से यह पता चला है कि चैतन्य बघेल को 16.70 करोड़ रुपये की पीओसी प्राप्त हुई थी। चैतन्य ने उक्त पीओसी को मिलाने के लिए अपनी रियल एस्टेट फर्मों का इस्तेमाल किया था।
आर्थिक नाकेबंदी का विरोध किया
इसके अलावा, चैतन्य पर शराब घोटाले के 1000 करोड़ रुपए से अधिक के पीओसी को संभालने का भी आरोप है। वह छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तत्कालीन कोषाध्यक्ष को पीओसी हस्तांतरित करने के लिए अनवर ढेबर और अन्य के साथ समन्वय करते थे।श्री साव ने कहा कांग्रेस की भूपेश सरकार ऐसी अनोखी भ्रष्ट सरकार थी जो अपने ही राजस्व में डाके डालती थी।आर्थिक नाकेबंदी में भूपेश को विशेषज्ञता हासिल है जब शासन में थेे तो कोल, महादेव एप्प, चावल, शराब, पीएससी, घोटाला करके प्रदेश के आर्थिक विकास की नाकेबंदी इन्होंने करवायी थी।श्री साव ने कहा प्रदेश भर की जनता ने आर्थिक नाकेबंदी का विरोध किया।