
countering cyber crimes is the first priority
भोपाल। (ब्यूरो)। प्रदेश के नए डीजीपी कैलाश मकवाना ने कहा कि साइबर अपराधों पर नकेल लगाना पहली प्राथमिकता है। देखा जा रहा है कि साइबर अपराध तेजी से बढ़े हैं। नशे के सौदागरों के खिलाफ अभियान चलाकर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। सन् 2028 में होने वाला सिंहस्थ की तैयारी भी बड़ी चुनौती होगी। प्रदेश में अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरों के नेटवर्क का विस्तार करना जरूरी है। डीजीपी ने कहा कि साइबर अपराधों से बचाने आम जनता को अवेयर करने के लिए प्रदेश भर में व्यापक स्तर पर अवेयरनेस प्रोग्राम चलाए जाएंगे। सोशल मीडिया पर भी लोगों को अवेयर करने के लिए पुलिस काम करेगी। जिससे साइबर अपराधों में कमी लाने में मदद मिल सके।
नशे के सौदागरों के खिलाफ सख्ती
कैलाश मकवाना बतौर डीजीपी सोमवार को मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने साइबर अपराधों पर अंकुश लगाना, डिसिप्लिन तथा रुल ऑफ लॉ का अधिक कड़ाई से पालन कराने को अपनी पहली प्राथमिकता बताया। पीपुल्स फ्रेंडली पुलिसिंग भी उनकी प्राथमिकताओं में शामिल रहेगी। नशे के सौदागरों के खिलाफ अभियान चलाकर पहले से अधिक सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
सिंहस्थ की तैयारियां बड़ी चुनौती
डीजीपी ने बताया कि 2028 में होने वाले सिंहस्थ की तैयारियां बड़ी चुनौती होगी। मैदानी पुलिस को अधिक मजबूती देने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तैयार की जाएगी। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। लोग अपराधों से कम एक्सीडेंट से ज्यादा जान गवा रहे हैं, यह बड़ी चिंता का विषय है। ब्लैक और डार्क स्पॉट चिह्नित कर इंजीनियरिंग की खामियों को तलाशेंगे।
त्वरित कार्रवाई के लिए विशेष योजना
पुलिस थानों में जनता की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई के लिए विशेष योजना बनाई जाएगी। उन्होंने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि स्थानीय स्तर पर शिकायतें गंभीरता से ली जाएं और समस्याओं का समाधान तेजी से किया जाए। लापता व्यक्तियों की बढ़ती संख्या के बीच, मकवाना ने एक विशेष अभियान चलाने की घोषणा की, जो लापता लोगों की खोज में सहायक होगा। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस दिशा में पुलिस का सहयोग करें ताकि लापता व्यक्तियों को जल्दी खोजा जा सके।
प्रदेश पुलिस संवेदनशील है
डीजीपी ने बताया पुलिस के तकनीकी सशक्तिकरण की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि हमारी पुलिस को नवीनतम तकनीक के साथ अपडेट किया जाएगा ताकि वे अधिक प्रभावी ढंग से कार्य कर सकें।कैलाश मकवाना की प्रेसवार्ता में उठाए गए मुद्दे न केवल पुलिस विभाग की दिशा को स्पष्ट करते हैं बल्कि नागरिकों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाते हैं। इस नए दिशा निर्देशन के साथ, उम्मीद है कि मध्य प्रदेश पुलिस जनता के प्रति और अधिक संवेदनशील, प्रभावी और जवाबदेह बनेगी। बाल अपराधों के प्रति मध्य प्रदेश पुलिस संवेदनशील है। लगातार बाल अपराधों में लिप्त रहने वालों के खिलाफ अधिक प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।